मणिमहेश यात्रा में इस बार आएंगे इतने लाख श्रद्धालु, प्रशासन ने की यह तैयारी

Sunday, Aug 06, 2017 - 05:13 PM (IST)

चम्बा: आतंकवाद के डर से अमरनाथ यात्रा पर जाने से वचिंत रहे लोग अबकी बार भोले बाबा के दर्शन करने के लिए मणिमहेश का रूख करेंगे। भरमौर प्रशासन की मानें तो पिछले वर्ष जन्माष्टमी से लेकर राधा अष्टमी यानी 15 दिनों तक चली मणीमहेश की अधिकारिक यात्रा के दौरान करीब साढ़े 3 लाख शिवभक्तों ने मणिमहेश की यात्रा की थी। अबकी बार इस संख्या में 50 से 1 लाख तक की वृद्धि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस बात को देखते हुए भरमौर प्रशासन ने पिछले वर्षों के मुकाबले अबकी बार भरमौर से लेकर मणीमहेश डल झील तक विभिन्न व्यवस्थाओं की संख्या में बढ़ौतरी कर दी है।

हैलीटैक्सी सेवा की व्यवस्था रहेगी पुख्ता
ए.डी.एम.भरमौर विनय धीमान ने कहा कि विगत वर्ष यह देखने में आया है कि मणीमहेश यात्रा के लिए लोग हैली टैक्सी सेवा पाने में अधिक रूचि दिखा रहे है, ऐसे में यात्रा के दौरान जब भी मौसम खराब रहने के चलते हवाई उड़ाने नहीं हो पाती हैं तो हवाई सेवा पाने वालों की संख्या में भारी बढ़ौतरी होने के चलते शिकायतों व परेशानियों को दौर शुरू हो जाता है, ऐसे में पिछले वर्ष के अनुभव को ध्यान में रखते हुए इस बार हैलीपैड पर एक सैक्टर अधिकारी तैनात रहेगा ताकि हवाई सेवा को लेकर किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायतों का तुरंत निपटारा हो सके, साथ ही पहले आओ पहले पाओ के आधार पर ही लोगों को हवाई सेवा मुहैया हो सके। 

अब हो सकेगी दुकानदारों की शिकायत
पिछले वर्ष कुछ दुकानदारों द्वारा खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य सामानों के दामों में बेतहाशा वृद्धि करके यात्रियों को लूटने की शिकायतें सामने आईं थीं। अबकी बार अगर कोई भी दुकानदार प्रशासन द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे वसूलता है तो उक्त दुकानदार की शिकायत संभव हो सकेगी। भरमौर प्रशासन ने हड़सर से मणिमहेश झील तक लगने वाली दुकानों को अबकी बार नम्बर जारी किए हैं और ये नम्बर प्रत्येक दुकानदार को अपनी दुकान के आगे सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करना जरूरी है। शिकायतकर्ता को सैक्टर अधिकारी के पास महज उक्त दुकान का नम्बर बताना होगा जिसके बारे में उसे शिकायत करनी है। नम्बर के आधार पर ही उक्त दुकानदार के खिलाफ भरमौर प्रशासन जांच करेगा। 

वस्तुओं की मूल्य सूची दुकान के बाहर लगानी जरूरी
ए.डी.एम.विनय धीमान ने बताया है कि अबकी बार जितनी भी दुकान लगेगी उन्हें प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए सामनों की मूल्य सूची को अपनी दुकान के बाहर लगाना अनिवार्य बनाया गया है। जो भी दुकानदार ऐसा नहीं करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा। 

भरमौर से पहले कही नहीं कटेगी पर्ची
पिछले वर्ष मणीमहेश यात्रा के दौरान भरमौर की तरफ जाने वाले वाहनों की पार्किंग पर्ची जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर कलसूई नामक स्थान पर ही काटी जा रही थी। इस व्यवस्था को लेकर भरमौर प्रशासन की कार्यशैली सवालों में घिर गई थी। अबकी बार भरमौर प्रशासन ने मेले के दौरान महज दो ही स्थानों पर पार्किंग पर्ची कटने की व्यवस्था की है। ए.डी.एम.भरमौर विनय धीमान ने बताया कि इस बार सिर्फ भरमौर व हड़सर में ही वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था की गई है और इसके लिए वाहन चालक से पार्किंग शुल्क की पर्ची इन्हीं दो स्थानों पर काटी जाएगी। 

60 से अधिक लंगर कमेटियों ने किया आवेदन
ए.डी.एम.भरमौर ने कहा कि अबकी बार मणिमहेश यात्रा के दौरान लगने वाले लंगरों की संख्या पिछले वर्षों के मुकाबले रिकार्ड तोड़ रहेगी। उन्होंने बताया कि अभी तक 60 लंगर कमेटियों ने लंगर लगाने के लिए आवेदन कर रखा है तो हर दिन इस प्रकार के आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। 

कैचमैंट एरिया में नहीं लगेंगे ढाबे
मणिमहेश झील की पवित्रता को बरकरार रखने के लिए अबकी बार झील के कैचमैंट एरिया में कोई ढ़ाबा नहीं लगेगा। यही नहीं प्रत्येक लंगर कमेटी को अपने लंगर स्थान पर शौचालय का निर्माण करना आवश्यक किया है, ऐसे में यात्रा की पवित्रा के साथ-साथ वातावरण की स्वच्छता तथा कैचमैंट एरिया के साफ रहने की बात को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गई है। 

10 अगस्त से शुरू हो सकती है हैलीटैक्सी सेवा 
भरमौर प्रशासन के अनुसार अबकी बार भरमौर-गौरीकुंड के बीच 10 अगस्त से हैलीटैक्सी सेवा के शुरू होने की उम्मीद है। यूं तो कंपनी व प्रशासन ने अपनी तरफ से सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है अब डी.जी.सी.ए. की टीम भरमौर का दौरा करके स्थिति का जायजा लेगी। इस टीम की हरी झंडी मिलते ही हैलीटैक्सी सेवा शुरू हो जाएगी। ए.डी.एम.भरमौर विनय धीमान ने बताया कि उम्मीद जताई जा रही है कि यह टीम जल्द ही भरमौर का दौरा करेगी और उसकी स्वीकृति मिलने पर 10 अगस्त से यह हवाई सेवा शुरू हो जाएगी। 

शौचालयों की संख्या में बढ़ौतरी
ए.डी.एम. भरमौर ने बताया कि पिछले वर्षों के मुकाबले इस बार विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर शौचालयों की संख्या में इजाफा किया गया है तो साथ ही इस बात को विशेष ध्यान रखा गया है कि गंदगी खुले में न फैले और न ही पानी के संपर्क में आए। शौचालय व्यवस्था को लेकर पिछले कुछ वर्षों के अनुभवन को ध्यान में रखते हुए अबकी बार पुख्ता व्यवस्था की गई है।