इस बार चुनौती से कम नहीं रोहतांग बहाली, जानिए वजह

Tuesday, Feb 28, 2017 - 02:46 PM (IST)

मनाली: इस बार पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने बी.आर.ओ. को समय पर रोहतांग बहाल करने को चुनौती दे डाली है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग पर इस बार पिछले साल की अपेक्षा अधिक बर्फबारी हुई है। इस बार बी.आर.ओ. लाहौल घाटी में भी सड़कों को बहाल नहीं रख पाया है। लाहौल घाटी की मुख्य सड़कें बहाल न होने से लोगों को मीलों पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है। हर साल बी.आर.ओ. 1 मार्च को मनाली के गुलाबा और लाहौल के तांदी से मार्ग बहाली की शुरूआत करता रहा है लेकिन इस बार बी.आर.ओ. अपने गुलाबा ट्रांजिट कैंप को बहाल नहीं कर पाया है। मनाली की ओर से बी.आर.ओ. 1 मार्च से गुलाबा से मार्ग बहाली को हरी झंडी देता रहा है। मनाली की ओर गुलाबा, राहला फाल, ब्यासनाला, मढ़ी और राहनीनाला में बर्फ के ऊंचे ढेर लगे हैं। 


इस बार चुनौती से कम नहीं रोहतांग बहाली
इसी तरह लाहौल की ओर तांदी से कोकसर तक दर्जन से अधिक नालों में एवलांच आने से स्थिति और भी खराब हो गई है। भारी बर्फबारी से लेह मार्ग बहाली बी.आर.ओ. के लिए चुनौती से कम नहीं होगी। बी.आर.ओ. की मानें तो पिछले साल की अपेक्षा इस साल फरवरी महीने में अधिक बर्फबारी हुई है तथा मौसम के खराब रहने से काम बाधित रहा है। सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल ए.के. अरविंद ने बताया कि अधिकतर समय मौसम खराब रहने से उन्हें लाहौल घाटी में मार्ग बहाल रखने में दिक्कतें आई हैं। उन्होंने कहा कि लाहौल घाटी के अंदर मार्ग बहाली का काम शुरू कर दिया गया है। कमांडर ने कहा कि मनाली-लेह के सरचू मार्ग की बहाली का काम भी शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बी.आर.ओ. के हौसले बुलंद हैं तथा बर्फ  से लदे रोहतांग दर्रे को समय पर ही बहाल किया जाएगा।