इस बेटे ने बिना कोचिंग से रोशन किया हिमाचल का नाम

Sunday, Sep 17, 2017 - 11:46 AM (IST)

चंबा: लक्ष्य तय कर मंजिल पाने के लिए मेहनत करने वाले ही सफलता हासिल कर सकते हैं। ऐसा ही कुछ कारनामा कर दिखाया है चंबा जिले के सिमरन जीत सिंह ने। न कोई कोच और न ही किसी तरह की खास ट्रेनिंग। फिर भी राष्ट्रीय किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में हिमाचल की झोली में गोल्ड मेडल डालने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिभा दिखाने का मौका बना लिया। बताया जाता है कि उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में उनका कोच यू-ट्यूब पर वीडियो बना। 


2020 में लंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का है सपना 
सिमरन का सपना साल 2020 में होने वाले ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है। उन्होंने हाल ही में 6 से 10 सितंबर तक छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुई राष्ट्रीय 'किक बॉक्सिंग' प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है। हालांकि उनका चयन अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ है। यह अक्तूबर महीने में हंगरी में होगी। इसमें पूरे विश्व भर के खिलाड़ी अपनी किस्मत अजमाएंगे। सिमरन कहते हैं कि वे घर के पास मंजरी गार्डन में रोजाना 6 घंटे तक अभ्यास करते थे। 4 साल पहले यूएफसी शो देखने के बाद 'किस बॉक्सिंग' की ओर उनका रुझान बढ़ा। वे माइक टायसन और जॉन जोंस को देख-देखकर प्रैक्टिस करते रहे। वह इन्हीं को ही अपना आदर्श भी मानते हैं। 


ताईक्वांडो से ली थी ट्रेनिंग
सिमरन ने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें माता-पिता का भरपूर सहयोग मिला। कोचिंग के नाम उन्होंने रवि कुमार से ताईक्वांडो से ट्रेनिंग ली। इससे भी उन्हें प्रतियोगिता जीतने के लिए काफी लाभ मिला। उन्होंने बताया कि चंबा में अगर बेहतर कोच उपलब्ध हों तो कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन कर सकते हैं।