हमीरपुर अस्पताल में बंद हुई यह सुविधा, मरीज हुए परेशान

Sunday, Jun 03, 2018 - 12:11 AM (IST)

हमीरपुर: जिला हमीरपुर के कैंसर मरीज बेसहारा हो गए हैं। तकरीबन डेढ़ साल से कैंसर के मरीजों को कीमोथैरेपी की सुविधा हमीरपुर अस्पताल में मिल रही थी लेकिन इस रोग के नोडल अधिकारी डा. पुष्पेंद्र वर्मा के मैडीकल कालेज नाहन में एपीडेमोलोजी में पी.जी. की पढ़ाई के लिए प्रवेश लेने के बाद उनका पद रिक्त हो गया है। गौरतलब है कि गत वर्ष हुए चुनाव में हमीरपुर सीट से कांग्रेस की ओर से उनके भी चुनाव लडऩे की अटकलें लगाई जाती रही थीं तथा चुनाव के बाद सरकार बदलने के बाद से ही उनके कार्यस्थल पर अतिरिक्त दबाव आने के कारण पिछले काफी समय से वह परेशान भी थे, जिस पर उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में आगे की पढ़ाई करने का मन बनाया। अब उनके हमीरपुर अस्पताल से जाने के कारण कैंसर रोगियों व उनके तीमारदारों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है।


2 वर्ष पहले शुरू हुई थी कीमोथैरेपी
जानकारी के अनुसार हमीरपुर अस्पताल में करीब 2 साल पहले कैंसर रोगियों के लिए कीमोथैरेपी शुरू की गई थी, जिसके लिए डा. पुष्पेंद्र वर्मा ने विशेष प्रशिक्षण लिया था। उनके प्रयासों से ही कैंसर रोगियों को पिछले डेढ़-दो साल से कीमोथैरेपी के लिए आई.जी.एम.सी. शिमला या चंडीगढ़ नहीं जाना पड़ रहा था तथा प्रत्येक माह हमीरपुर अस्पताल में ही 30 से 35 मरीजों की कीमोथैरेपी हो रही थी जबकि 300 से ऊपर मरीज रजिस्टर्ड हो गए थे, जिनका उपचार भी चल रहा था। अब एकाएक डाक्टर के यहां से जाने के चलते कैंसर मरीज भी बेसहारा हो गए हैं। बता दें चिकित्सकों की मार झेलते आ रहे हमीरपुर अस्पताल में डा. पुष्पेंद्र वर्मा कैंसर रोग के नोडल अधिकारी के अलावा टी.बी व ब्लड बैंक सहित अन्य कार्यक्रमों का संचालन भी बखूबी कर रहे थे।


ट्रेंड चिकित्सक की तैनाती के बाद मिलेगी सुविधा
सी.एम.ओ. हमीरपुर  डा. सावित्री कटवाल ने बताया कि डा. पुष्पेंद्र वर्मा के नाहन कालेज में पी.जी. की पढ़ाई के लिए जाने से अस्पताल में अब कीमोथैरेपी सुविधा भी कैंसर मरीजों को तब तक नहीं मिल पाएगी जब तक इस रोग में ट्रेंड चिकित्सक की तैनाती हमीरपुर अस्पताल में नहीं हो जाती है।

Vijay