बस दुर्घटना के बाद सुर्खियों में आया था ये स्कूल, अब हुआ एक और बड़ा खुलासा

Wednesday, Feb 06, 2019 - 10:16 PM (IST)

श्री रेणुका जी: हाल ही में स्कूल बस दुर्घटना में 7 नौनिहालों की मौत के बाद सुर्खियों में आए ददाहू के एक निजी स्कूल में अब एक और खुलासा हुआ है। स्कूल प्रबंधन ने इस वर्ष के लिए विभाग से मान्यता ही नहीं ली थी। बिना मान्यता के ही वर्षभर पहली से 8वीं तक की कक्षाएं चलाई जा रही थीं। इस बारे में विभाग का कहना है कि स्कूल प्रबंधन को मान्यता के लिए कई बार पत्र जारी किए गए लेकिन स्कूल प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। स्कूल बस हादसे के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय द्वारा पहली से 8वीं तक की मान्यता रद्द करने के मामले में एक नया मोड़ ले लिया है।

टीम ने निरीक्षण के दौरान पाईं कई तरह की खामियां

बुधवार को शिक्षा उपनिदेशक की टीम ने यहां पहुंचकर डी.ए.वी.एन. पब्लिक स्कूल ददाहू का निरीक्षण किया जहां स्कूल में शिक्षा निदेशालय के मापदंडों के मुताबिक कई तरह की खामियां पाई गईं। इस दौरान पाया गया कि स्कूल प्रबंधन ने वर्ष 2018-19 की मान्यता के लिए बस दुर्घटना जिसमें स्कूल के 7 बच्चों सहित बस चालक की मौत हो गई थी, उसके ठीक 10 दिन बाद 14 जनवरी को आवेदन किया जबकि पिछले पूरे साल यह स्कूल बिना मान्यता के ही चलता रहा। स्कूल में पढऩे वाले 9वीं व 10वीं कक्षा तक के बच्चों की मान्यता स्कूल शिक्षा बोर्ड पहले ही रद्द कर चुका है,  ऐसे में पहली से 8वीं कक्षा तक स्कूल में पढ़ने वाले 292 बच्चों के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है।

स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए नहीं है पर्याप्त स्थान

निरीक्षण के लिए आई टीम ने बताया कि स्कूल भवन को देख कर नहीं लगता था कि यहां कोई स्कूल चलाया जा रहा है। स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त स्थान भी उपलब्ध नहीं है। स्कूल में खेल मैदान की भी कोई व्यवस्था नहीं है, सुरक्षा को लेकर स्कूल में फायर उपकरणों का भी कोई उचित प्रबंध नहीं पाया गया है। जिला प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक बिपन्न शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान स्कूल की गहनता से जांच की गई है। स्कूल में बच्चों से जुड़े सभी विषय को खंगाला गया है।

विभाग के पास नहीं थी स्कूल बस चलाने की जानकारी

स्कूल द्वारा बस चलाई जाने की विभाग के पास कोई जानकारी नहीं थी। इस दौरान बी.ई.ई.ओ. रक्षा गुप्ता, बी.आर.सी.सी. मनोज कुमार, अधीक्षक सोना देवी, शरद चंद, चंद्रकला व शांति चौहान सहित कई अधिकारी टीम के साथ थे। वहीं स्कूल संचालक धनेंद्र गोयल का कहना है कि उन्होंने स्कूल की मान्यता के लिए आवेदन किया है, जिसे विभाग रोके हुए है।

Vijay