डल्हौजी के होटल व्यवसासियों के सामने आई यह मुसीबत

Saturday, Jul 08, 2017 - 01:28 AM (IST)

डल्हौजी: दो-तीन माह के पर्यटन सीजन पर साल भर आजीविका चलाने वाले पर्यटन नगरी डल्हौजी के होटल व्यवसायी श्रम विभाग से खासे परेशान हैं। सुबह एक श्रम निरीक्षक होटलों का निरीक्षण करता है तो दोपहर को दूसरा आ जाता है। लिहाजा विभाग के इस तानाशाह व्यवहार से होटल व्यवसायी खासे परेशान हैं कि किस को निरीक्षक मानें किस को नहीं। कहीं निरीक्षक की आड़ में कोई होटल व्यवसायियों को चूना तो नहीं लगा रहा है। 

श्रम आयुक्त से की यह मांग
लखित शिकायत के माध्यम से होटल एसोसिएशन डल्हौजी ने श्रम आयुक्त से मांग की है कि बताया जाए कि डल्हौजी में नियमित श्रम निरीक्षक को माना जाए या चम्बा के श्रम निरीक्षक को जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। होटल एसोसिएशन डल्हौजी के प्रधान नरेंद्र पुरी ने कहा कि कल वीरवार सुबह डल्हौजी में तैनात श्रम निरीक्षक एस.आर. वर्मा ने होटलों का निरीक्षण किया जबकि बाद दोपहर 2 शख्स स्वयं को श्रम अधिकारी चम्बा और श्रम निरीक्षक चम्बा बताते हुए निरीक्षण के लिए पहुंच गए।

फर्जी निरीक्षकों का जताया जा रहा अंदेशा
होटल एसोसिएशन डल्हौजी के प्रधान का कहना है कि कहीं कोई और मंशा लेकर कथित जिला श्रम अधिकारी, कथित श्रम निरीक्षक को साथ लेकर होटल व्यवसायियों पर अनावश्यक दबाव बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि होटल व्यवसायियों की ये भी शिकायतें हैं कि श्रम निरीक्षक चम्बा पद की आड़ में वाहन या कमरा बुक करने कीबगार भी डाल रहे हैं। ऐसे हालात में अंदेशा तो यह भी हो रहा है कि कोई फर्जी निरीक्षक बन कर व्यवसायियों को चूना लगा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि डल्हौजी किसको जवाबदेही दे, श्रम निरीक्षक चम्बा या डल्हौजी को।

क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे श्रम निरीक्षक डल्हौली एस.आर. वर्मा ने बताया कि 10 जुलाई से अवकाश पर हूं। वीरवार को भी ड्यूटी पर था और आज भी। नियमित श्रम निरीक्षक की मौजूदगी में दूसरा निरीक्षक निरीक्षण कर तो नहीं सकता और न ही मुझे इस बारे कोई सूचना है। बाकी आलाधिकारी बेहतर बता सकते हैं। वहीं श्रम अधिकारी चम्बा राजकुमार शर्मा ने बताया कि श्रम निरीक्षक चम्बा को मैं ही साथ लेकर डल्हौजी में होटलों के निरीक्षण के लिए गया था। श्रम निरीक्षक डल्हौजी अवकाश पर हैं इसलिए श्रम निरीक्षक चम्बा को साथ लेकर गया। निरीक्षण के दौरान मैं साथ था किसी को वाहन या कमरे की बगार नहीं डाली गई। वहीं श्रम आयुक्त शिमला हिमांशु शेखर चौधरी ने कहा कि जब नियमित निरीक्षक ड्यूटी पर हो तो दूसरा निरीक्षण नहीं कर सकता। अगर ऐसा है तो जांच होगी और उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।