वर्ष में 5 महीने ही खुलता है ये दर्रा, रोहतांग से भी खूबसूरत है नजारा

Saturday, Jun 08, 2019 - 07:17 PM (IST)

तीसा: चम्बा-पांगी को जोड़ने वाला साच दर्रा वर्ष में 5 महीने ही खुला रहता है। इसके अलावा 7 महीने यहां भारी बर्फ  गिरने से यह बंद रहता है। साच पास को खोलने और उसके रखरखाव का जिम्मा लोक निर्माण विभाग मंडल पांगी के पास है। जैसे ही गर्मी का सीजन आता है तो लोक निर्माण विभाग द्वारा साच पास को खोलने के लिए मशीनरी लगाई जाती है। साच पास पर्यटकों के घूमने के लिए जून माह में खुलता है और अक्तूबर में फिर से बंद हो जाता है। इस बीच यहां पर्यटकों की खूब आवाजाही रहती है, साथ ही जब देश में शरीर को झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही होती है तब साच पास पर बर्फबारी का आनंद लिया जा सकता है। गर्मी के मौसम में पर्यटक  आजकल चुराह के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फ का दीदार करने के लिए चुराह पहुंच रहे हैं।

सतरुंडी में बर्फ देखने के लिए पहुंच रहे पर्यटक

हर पर्यटक यही चाहता है कि पहाड़ों पर घूमने जाए और बर्फबारी का दीदार हो जाए, ऐसे में चुराह के सतरुंडी में बर्फ  देखने के लिए पहुंच रहे पर्यटकों की हर रोज भीड़ बढ़ती जा रही है। हालांकि अभी पांगी सड़क मार्ग खोलने का काम जारी है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों से पर्यटक यहां हर रोज आ रहे हैं। आमतौर पर बर्फ का दीदार भरी सर्दी में ही हो पाता है लेकिन सतरुंडी व साच पास जैसी ऊंचाई वाली जगहों पर सालभर बर्फ की चादर बिछी रहती है।

बॉर्डर फिल्म की हो चुकी है शूटिंग

सतरुंडी व साच में 2 साल पहले दक्षिण भारत की बॉर्डर फिल्म की शूटिंग भी की गई थी, जिसके बाद इसकी प्रसिद्धि काफी फैल गई। इसके बाद पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इसके अलावा इलाके में ऐतिहासिक पर्यटन की भी काफी संभावनाएं हैं क्योंकि देवीकोठी में चामुंडा मंदिर में दर्शन के लिए रोजाना सैंकड़ों लोग आते हैं।

रोहतांग से खूबसूरत है चम्बा का साच पास

गर्मियों में बर्फ से ढकी पहाडिय़ां अपने आप में खूबसूरत होती हंै। इन पहाडिय़ों पर पहुंचने के लिए हर कोई प्रयास करता है। अपनी खूबसूरती और रोमांच के कारण सतरुंडी व साच पास पसंदीदा जगहों में से एक है। साच पास रोहतांग दर्रा से भी खूबसूरत है। गर्मियों में भी यहां बर्फ  की ऊंचाई करीब 10 से 15 फुट तक होती है जहां बर्फबारी का जमकर आनंद उठा सकते हैं। जून-जुलाई में यहां का तापमान भी जीरो डिग्री से नीचे रहता है।

सरकार पहल करे तो दुनिया देखेगी खूबसूरती

चुराह क्षेत्र के लोगों का कहना है कि चुराह में कई ऐसे स्थान हैं जहां पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। यदि सरकार इन स्थानों व साच पास को पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर पर्यटन मानचित्र पर सामने लाती है तो चुराह क्षेत्र काफी विकास करेगा। इससे जहां चुराह की खूबसूरती दुनिया के सामने आएगी वहीं लोगों को स्वरोजगार से जुडऩे का अवसर भी मिलेगा। विडम्बना है कि मनाली, खजियार व डल्हौजी से भी खूबसूरत स्थल होने के बावजूद भी चुराह क्षेत्र में पर्यटन कारोबार की संभावनाओं के दोहन के लिए सरकार की ओर से कोई कारगर पहल होती नहीं दिख रही है। यदि सरकार पहल करे तो दुनिया से आने वाले पर्यटक जिला चम्बा के साच व चुराह की खूबसूरती को देख पाएंगे।

Vijay