धर्मशाला अस्पताल में 2 माह से नहीं मिल रही ये दवाई, मरीज परेशान

Monday, Apr 23, 2018 - 01:24 AM (IST)

धर्मशाला: अगर आप जोनल अस्पताल धर्मशाला में डायबिटीज मरीजों को इंदिरा गांधी नि:शुल्क दवाई योजना के तहत शामिल दवाई लेते हैं तो आपको अपनी जेब ढीली करने पड़ेगी। दरअसल, यहां की डिस्पैंसरी में उक्त योजना के तहत मिलने वाली दवाई का स्टॉक 2 माह से खत्म होने से मरीजों को मैडीकल स्टोर में दवाई खरीदनी पड़ रही है। उक्त स्वास्थ्य संस्थान में स्वास्थ्य लाभ के लिए लगभग एक हजार मरीज आते हैं, इसमें से लगभग 40 मरीज डायबिटीज की समस्या से ग्रसित होते हैं। इस बीमारी के मरीजों को राहत देने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के द्वारा नि:शुल्क दवाइयां देने की कवायद शुरू तो की है लेकिन सरकारी कंपनियों व कम्यूनिकेशन गैप के चलते समस्या विकराल बन रही है।  


2 माह पहले कंपनी को भेजा था ऑर्डर  
डिस्पैंसरी के चीफ फार्मासिस्ट राजीव सूद ने बताया कि 20 फरवरी को ही कर्नाटक स्थित उक्त सरकारी दवाइयों की कंपनी को 1 लाख गलीमीप्राइड दवाइयों के लिए परचेज ऑर्डर जारी किया जा चुका है लेकिन अभी तक उक्त दवाई का स्टॉक नहीं मिला है। इस बाबत वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक को भी अवगत करवा दिया गया है।  


1200 मरीजों की होती है ओ.पी.डी. 
बता दें कि उक्त जिला अस्पताल में चम्बा व कांगड़ा के लगभग 1200 शूगर के मरीज स्वास्थ्य लाभ के लिए आते हैं, जिन्हें लगभग 2 माह से दवाई नहीं मिल रही है। मरीजों का कहना है कि एक तरफ सरकार के द्वारा जैनरिक दवाइयों को तरजीह देने के दावे किए जाते हैं।  


उच्चाधिकारियों को दी गई है जानकारी
जोनल अस्पताल धर्मशाला के एम.एस. डा. अजय दत्ता ने बताया कि इंदिरा गांधी नि:शुल्क दवाई योजना की 330 दवाइयों की सूची में शामिल शूगर की 1 लाख दवाइयों के ऑर्डर के लिए 20 फरवरी को परचेज ऑर्डर जारी कर दिया गया था, किसी कारणवश दवाई का स्टॉक अभी तक हमारे पास नहीं पहुंचा है। इस संबंधी उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। 

Vijay