हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है कुल्लू की यह मजार (Watch Video)

Friday, Aug 16, 2019 - 03:37 PM (IST)

कुल्लू (मनमिंदर): देश में जहां सांप्रदायिक तनाव के चलते कई बार माहौल हिसंक हो जाता है और कई लोगों को इस तनाव के बीच सहम कर रहना पड़ता है। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सांप्रदायिक सद्भावना के बीच पड़ी दरार को खराब की कोशिश में लगे रहते हैं। ताकि समाज में आपसी भाईचारे को बढ़ावा मिल सके। ऐसी ही एक हिंदू शख्सियत कुल्लू में मौजूद है जो लोगों को सांप्रदायिक सद्भावना का संदेश देने में जुटी हुई है।


एक हिंदू जिसका परिवार बरसों से पीर बाबा की मजार की निगहबानी कर रहा है। यहां आने वाले हर श्रद्धालु की मुराद पूरी हो रही है और इसके साथ-साथ लोगों में सांप्रदायिक सद्भावना भी बढ़ रही है। 

कुल्लू शहर के अखाड़ा बाजार के रहने वाले सुरेंद्र भाई बरसों से पुश्तों द्वारा संजोई गई पीर बाबा लाला वाले की मजार की देखरेख कर रहे हैं। शायद ऐसा कोई ओर उदाहरण प्रदेश में कहीं ओर देखने को मिले। हर गुरुवार व रविवार को दोपहर के समय यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है जो पीर बाबा से अपनी मन्नत पूरी होने की गुहार लगाते हैं।


मजार की देखरेख में जुटे सुरेंद्र मैहता ने बताया कि उनका परिवार वर्ष 1908 में कुल्लू आया था। उनके दादा की भी इस मजार में काफी श्रद्धा थी और उसके बाद से लेकर आज तक उनका परिवार बाबा का भक्त है।

उन्होंने बताया कि इस मजार में हिंदु समुदाय के लोग अधिक आते है और उन्हें बाबा की शक्ति पर कोई संदेह नहीं है। अगर किसी दंपत्ति के संतान नहीं हो रही हो या कोई बीमारी से घिरा हुआ हो तो वो यहां दुआ करने से ठीक हो जाता है। उन्होंने कहा कि देश में दो समुदाय के बीच कई बार माहौल खराब होता है तो उन्हें इसका खासा मलाल है। ऐसे में वो यहीं चाहते है कि देश में अमन व शांति का माहौल कायम रहे। वही निर्मला शर्मा का कहना है की 2012 में उन्होंने यहां मुराद मांगी थी जो पूरी हो गई है और उनके बेटा हुआ और वो तब से यहां आते हैं।

Ekta