ऐसे दूर हो सकती है प्रदेश में डॉक्टरों की कमी, पढ़ें पूरी खबर

Saturday, Apr 21, 2018 - 11:01 AM (IST)

मंडी(नीरज): प्रदेश में चल रही डॉक्टरों की कमी से सरकार भली भांति परिचित है। लेकिन चाहकर भी इस कमी दूर नहीं कर पा रही है। एक वर्ष पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यदि जो एमबीबीएस डॉक्टर हार्ड ट्राइबल एरिया में अपनी सेवाएं देता है उसे पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान इसका लाभ दिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश में हार्ड ट्राइबल एरिया में किन्नौर और लाहुल स्पिति जिले के पूरे जबकि बाकी जिलों के थोड़े-थोड़े भाग आते हैं। मेडिकल ऑफिसर्ज एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. जीवानंद चौहान का कहना है कि यदि सरकार अधिसूचना जारी करके हाई ट्राइबल एरिया के साथ पूरे प्रदेश को इस दायरे में ले आए तो इससे काफी हद तक डॉक्टरों की कमी दूर हो सकती है।

मेडिकल ऑफिसर्ज एसोसिएशन की मांग
उन्होंने बताया कि एमसीआई ने भी इस संदर्भ में गाइडलाइन जारी कर दी है जिसमें हार्ड ट्राइबल एरिया के साथ ग्रामीण इलाकों का जिक्र कर दिया गया है। यदि सरकार इस संदर्भ में अधिसूचना जारी करके नियम तय करती है तो बहुत से एमबीबीएस ग्रामीण इलाकों में सेवाएं देने के लिए आगे आ सकते हैं। मेडिकल ऑफिसर्ज एसोसिएशन की मांग है कि डॉक्टरों की नियुक्ति 2003 से पहले वाली एडहॉक नीति के तहत हो और इन्हें रनिंग स्केल दिया जाए। इन्होंने सरकार से इन विषयों को कैबिनेट के माध्यम से पास करवाने की मांग उठाई है ताकि प्रदेश में चल रही डाक्टरों की कमी को दूर किया जा सके।

kirti