इस मुद्दे पर आमने-सामने हुए CM जयराम और वीरभद्र, गर्माया सदन

Friday, Mar 30, 2018 - 10:16 AM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल विधानसभा सदन में इस मुद्दे पर सीएम जयराम ठाकुर और वीरभद्र सिंह आमने-सामने हो गए। सदन में कांग्रेस विधायक और मुख्य सचेतक जगत सिंह नेगी द्वारा गौवंश का जिक्र बार-बार किए जाने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एतराज जताया। उन्होंने चर्चा के दौरान यह कहते हुए गौवंश का जिक्र किया कि सरकार गौवंश पर ज्यादा और शिक्षा पर कम ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि रैजीडैंशियल स्कूलों के लिए बजट कम रखा गया जबकि गौवंश के संरक्षण को ज्यादा बजट रखा गया है। विधायक की इस टिप्पणी पर मुख्यमंत्री ने आपत्ति जताई कि सरकार की गौवंश सेवा नीति पर बार-बार सवाल खड़े करना गलत है, क्योंकि यह सभी की धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ मामला है। 


उन्होंने कहा कि गौ सेवा का विरोध करने से भावनाएं आहत होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में गौवंश के संरक्षण के लिए ज्यादा पैसे की जरूरत है। इसलिए सरकार ने इसके संरक्षण के लिए नए रास्ते निकाले हैं। उन्होंने कहा कि गऊ माता को मंदिरों से पैसा दिए जाने का विरोध नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने यह कहते हुए कांग्रेस का बचाव किया कि आपके जितना ही हम भी गौवंश के संरक्षक हैं और हमारी सरकार ने हमेशा ही गौवंश संरक्षण के लिए कदम उठाए हैं। वीरभद्र ने कहा कि गौवंश संवद्र्धन बोर्ड का गठन कांग्रेस सरकार के ही कार्यकाल में हुआ। उन्होंने कहा कि गौवंश की सेवा और देखभाल हो, इसके लिए विपक्ष भी चिंतित है। उन्होंने कहा कि सरकार का दायित्व बनता है कि वह गौवंश संवद्र्धन बोर्ड का विस्तार करे। उन्होंने कहा कि जितनी गाय की सेवा आप करना चाहते हैं, हमारी भी उतनी ही दिलचस्पी है।

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