ये है फर्ज निभाने वाली बेटी, आप भी करेंगे नाज

Wednesday, Jun 13, 2018 - 12:50 AM (IST)

सुलह: फर्ज! यह वो शब्द है जिसका निर्वहन करने में कई रास्तों से भटक जाते हैं और मग्र हो जाते हैं खुद में लेकिन अनीता उनमें से नहीं। अनीती बेटी भी है और जिम्मेदार बेटा भी। मैंझा की इस बेटी पर सबको गर्व है। मंगलवार को अनीता की माता पती देवी का देहांत हो गया। अपना फर्ज निभाते हुए अनीता ने अपनी माता को मुखाग्नि दी। बता दें कि अनीता के पिता बिक्रम सिंह की भी ड्यूटी के दौरान 25 वर्ष पूर्व मौत हो चुकी थी। तब अनीता 8वीं कक्षा में पढ़ती थी। अनीता मुसीबतों से घबराई नहीं उसने खूब पढ़ाई की और अपने पिता की नौकरी (सी.एस.आई.एफ.) हासिल की।


3 बहनों को पढ़ाया-लिखाया, मां की सेवा की
इन सब के साथ ही अनीता सबसे बड़ी बेटी होने का फर्ज निभाती रही। इन 25 वर्षों में अनीता ने न अपनी मां को कोई कमी महसूस होने दी और न ही अपनी बहनों को। पिता की मौत के बाद अनीता ने अपनी 3 बहनों को पढ़ाया-लिखाया और मां की भी सेवा की। अनीता घर में बड़ी थी इसलिए उसने पहले बहनों के प्रति अपना फर्ज समझा। अनीता ने खुद को पीछे करते हुए पहले अपनी बहनों के प्रति अपना फर्ज निभाया।


पहले बहनों का घर बसाया, फिर खुद की शादी
अनीता ने पहले अपनी बहनों की शादियां कीं और उनका घर बसाया, फिर सब फर्ज अदा करने के बाद खुद शादी की। अपनी शादी के बाद अनीता ने अपनी मां को अपने साथ ही रखा और उनका पूरा ख्याल रखती थी लेकिन अनीता की परीक्षाएं कभी खत्म नहीं हुईं। सब कुछ करने के बाद अपना घर बसाने वाली अनीता के लिए मंगलवार का दिन फिर सदमा लेकर आया। अनीता की मां पती देवी का मंगलवार को सांस की बीमारी के कारण टांडा मैडीकल कालेज में देहांत हो गया। मंगलवार सुबह अनीता ने अपनी माता पती देवी को मुखाग्नि देकर एक बेटे का फर्ज अदा किया। अनीता वर्तमान में ए.सी.सी. बरमाणा में कार्यरत है।

Vijay