यह बीमार वार्ड है कोरोना वायरस से निपटने के लिए आईसोलेशन वार्ड

Wednesday, Mar 04, 2020 - 12:47 PM (IST)

ऊना (विशाल/अमित): कोरोना वायरस के तहत एहतियातन जिला ऊना में 16 ऐसे लोगों को सर्विलांस पर रखा गया है जोकि विदेशों से आए हैं। सीएमओ डाॅ. रमन शर्मा ने स्वयं इसकी कमान संभालते हुए बीएमओ के साथ बैठक करके दिशा निर्देश दिए हैं। ऊना में आइसोलेशन वार्ड के साथ-साथ सिविल अस्पतालों में भी आईसोलेनशन वार्ड तैयार करने को कहा गया है। आशा वकर्ज सहित हैल्थ वर्कज को भी इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इस वायरस को लेकर पंपलेट बांट कर जागरूकता लाई जा रही है वहीं सभी बीएमओ को अलर्ट रहने को कहा गया है। 

वहीं, कोरोना वायरस से निपटने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में बनाया आईसोलेशन वार्ड खुद बीमार है। यूं तो अस्पताल प्रशासन ने वायरस से पीड़ित लोगों के लिए अस्पताल में 311 नंबर कमरे को आइसोलेशन वार्ड घोषित कर दिया है, लेकिन इस वार्ड की हालत बेहद खस्ता है। सुविधाओं का ध्यान रखना अस्पताल प्रशासन भूल गया है। पंजाब केसरी की टीम ने बुधवार सुबह अस्पताल पहुंच कर इस वार्ड का जायजा लिया तो जो हालात सामने आए वो चैंकाने वाले थे। टीम को देख कर हालांकि इस वार्ड की हालत सुधारने के लिए अस्पताल की टीम जुट गई लेकिन वार्ड की हालत अस्पताल प्रबंधन की संजीदगी बयान करने के लिए काफी थी। 

धूल-मिट्टी और कलर से अटे पड़े बेड
आईसोलेशन वार्ड में 2 बेड लगाए गए हैं जोकि पूरी तरह से धूल-मिट्टी और कलर से अटा पड़ा था। बिस्तरों पर दीवारों और छत से गिरा हुआ कलर व प्लस्तर पड़ा हुआ था। साथ ही ग्लूकोज टांगने के लिए जंग लगा आईबी स्टैंड रखा हुआ मिला। फर्श भी कलर और प्लस्तर से अटा पड़ा था और इस वार्ड को सफाई की बेहद जरूरत थी।

आइसोलेशन वार्ड के हालात यह थे कि यहां पंखे को जोर शोर से चल रहे थे, लेकिन लाइट की यहां कोई व्यवस्था नहीं थी। रसोई और बाथरूम सहित आईसोलेशन वार्ड पूरी तरह से अंधेरे में था। दिन के समय तो पर्दे हटाकर रोशनी की जा सकती थी लेकिन रात के समय मरीज को यहां कैसे रखा जा सकता था और कैसे इलाज करना संभव हो सकता था यह स्वास्थ्य विभाग ही जानता होगा। 

अचानक कोई मरीज आने पर अस्पताल प्रशासन के इस आइसोलेशन वार्ड की हालत सुधारने को लेकर हाथ पांव न फूलें ऐसा नहीं हो सकता। पंजाब केसरी की टीम के निरीक्षण के दौरान जब सफाई का मुद्दा सामने आया तो अस्पताल प्रशासन ने साफ सफाई शुरू करवा दी। ट्रेनी नर्सों ने बिस्तरों की हालत सुधारी लेकिन अभी यहां लाइट नहीं जल पाई थी। 

बहरहाल अस्पताल प्रशासन की माने तो सफाई यहां की जाती है लेकिन दीवारों और छत से गिरने वाला कलर और पलस्तर यहां की हालत बिगाड़ देता है। मैट्रन सुमन लता की माने तो वार्ड की हालत सुधारने के लिए आला अधिकारियों को पत्र लिखा गया है और हालत सुधारने के लिए प्रोसेस जारी है। 

वहीं सीएमओ रमन कुमार शर्मा की माने तो विदेशों से आए 16 लोगों को जांच के दायरे में रखा गया है। इनमें से 2 कैनेड़ा और 2 आस्ट्रेलिया वापस चले गए हैं। बाकी लोगों का रोजाना रिपोर्ट शिमला भेजी जा रही है। आईसोलेशन वार्ड को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं जिला के सिविल अस्पतालों में भी आईसोलेशन वार्ड बनाने को कहा गया है।
 

kirti