चौहार घाटी के इस प्रवेश द्वार का वजूद खतरे में, जानिए क्यों

Friday, Mar 17, 2017 - 11:48 PM (IST)

पधर: उपमंडल के अंतर्गत आने वाले घोघराधार को अवैध खनन का ग्रहण लग गया है। अवैज्ञानिक तरीके से हो रहे खनन के चलते चौहार घाटी के इस खूबसूरत प्रवेश द्वार का वजूद खतरे में पड़ गया है। घोघराधार के सियून में भारी मात्रा में अवैध खनन हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर घटासनी से लेकर बिजनी तक हर 15-20 मीटर पर सफेद और नीले रंग का पत्थर पड़ा नजर आता है जोकि सारे का सारा ग्राम पंचायत सियून के डायनबाड़ से लेकर बल्ह गांवों के क्षेत्र से आ रहा है। दूसरी बात यह है कि यह सारा पत्थर क्षेत्र की वन भूमि पर अवैध खनन करके लाया जा रहा है। इस पर आज तक न तो वन विभाग की नजर पड़ी है और न ही प्रशासन की जबकि क्षेत्र के लगभग सभी अधिकारी प्रतिदिन इसी सड़क से आते-जाते हैं।

आश्वासन मिलते हैं, कार्रवाई नहीं होती
जिला परिषद सदस्य कुन्नू वार्ड सूरज प्रकाश ने कहा कि उपमंडल की ग्राम पंचायत सियून आजकल खनन माफिया के लिए जन्नत बनी हुई है। इस कारोबार में इलाके के कई बड़े लोग जुड़े हुए हैं और उनकी क्षेत्र की राजनीति में भी गहरी पैठ है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर कई बार एस.डी.एम. पधर से भी बात की गई लेकिन कार्रवाई के आश्वासन मिलने के अलावा कुछ भी नहीं हुआ और पत्थर का अवैध कारोबार दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है।

...तो अधिकारियों व नेताओं के विरुद्ध करेंगे प्रदर्शन
जिला परिषद सदस्य का कहना है कि यदि इस अवैध खनन को जल्द रोका न गया तो इस क्षेत्र में भारी भू-स्खलन हल्की-सी बारिश में ही हो जाएगा और पधर-बल्ह रोपा सड़क का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। यदि इस अवैध खनन को लेकर प्रशासन व विभाग जल्द ही कार्रवाई नहीं करता है तो क्षेत्र की जनता अधिकारियों व क्षेत्र के नेताओं के विरुद्ध प्रदर्शन व घेराव करने के लिए मजबूर हो जाएगी और यदि आवश्यकता पड़ती है तो मामले को अदालत में ले जाया जाएगा।