होश उड़ा देंगी ये तस्वीरें, जान हथेली पर रखकर स्कूल पहुंच रहे छात्र

Thursday, Aug 03, 2017 - 10:12 PM (IST)

चम्बा: शिक्षा की लौ से अपने भविष्य को रोशन करने के लिए उटीप पंचायत के गांव मांडू के बच्चों को अपनी जान दांव पर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में उपरोक्त गांव के बच्चों को हर दिन दो बार मौत से रू-ब-रू होने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। चिंता की बात है कि सरड़ा नाला पर पुली निर्माण के लिए विकास खंड मैहला द्वारा 10 वर्ष पूर्व 3 लाख रुपए जारी किए गए थे। इतना अधिक समय गुजरने के बाद भी अभी तक यह कार्य नाले के दोनों छोरों पर पुली के पिल्लरों के निर्माण तक ही सीमित होकर रह गया है। इसका कारण यूं तो पैसे की कमी को बताया जा रहा है लेकिन अफसोस की बात है कि इस नाले पर पुली निर्माण की महत्ता को किसी ने भी गंभीरता से नहीं लिया, ऐसे में मांडू गांव के बच्चों को हर वर्ष बरसात के मौसम में शिक्षा प्राप्त करने के लिए जान को जोखिम में डालकर इस नाले को पार करना पड़ता है। 



बरसाती नाला पार करना बना मजबूरी
उटीप पंचायत के दायरे में आने वाले इस गांव के बच्चों को आठवीं से आगे की शिक्षा प्राप्त करने के लिए आधे घंटे की पैदल दूरी तय करके राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बाट का रुख करना पड़ता है जबकि इसके  बाद शिक्षा  प्राप्त करने के लिए अढ़ाई घंटे की पैदल दूरी तय करके राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुम्हारका जाना पड़ता है, ऐसे में गांव के नजदीक बाट स्कूल में शिक्षा प्राप्त करने के लिए यहां के बच्चों को यह बरसाती नाला पार करना मजबूरी बन गया है। 



प्रशासन ने जारी रखी है यह चेतावनी 
बता दें कि जिला प्रशासन ने इसी सप्ताह लोगों को नदी-नालों के पास नहीं जाने की चेतावनी जारी की है लेकिन मांडू गांव के बच्चों के लिए यह चेतावनी कोई मायने नहीं रखती है क्योंकि उन्हें तो शिक्षा प्राप्त करने के लिए उफनते हुए नाले के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के बीच इस गांव की छात्राओं को हर दिन शिक्षा ग्रहण करने के लिए इस प्रकार से अपनी जान को जोखिम में डालना सरकार व प्रशासन की सक्रियता पर प्रश्नचिंह लगाने के लिए लोगों को मजबूर कर रहा है। लोगों का कहना है कि प्रशासन व सरकार की नींद शायद तब टूटेगी जब यह बरसाती नाला उनके बच्चों को निगल जाएगा। 



क्या कहते हैं डी.सी. चम्बा 
डी.सी. चम्बा सुदेश मोख्टा ने बताया कि मामला ध्यान में लाया गया है जिसके चलते इस पूरे मामले के बारे में जानकारी हासिल की गई है। इस अधूरे पुली निर्माण कार्य को हर हालत में जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अगर पैसे की कमी इस कार्य में बाधा बनी हुई है तो इस बाधा को भी दूर कर दिया जाएगा।