समाज के लिए मिसाल बने ये बुजुर्ग, 18 साल से कर रहे हैं कुछ ऐसा काम

Wednesday, May 10, 2017 - 01:00 AM (IST)

हमीरपुर: ये बुजुर्ग नहीं, हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। पूरी उम्र विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी करने के बाद अब अपने अनुभव के बल पर लोगों के लिए मिसाल बने हुए हैं। करीब 18 साल पहले अपने-अपने क्षेत्र के खट्टे-मीठे अनुभव लेकर एक पौधे को सिंचित कर आज ये फलदायी वृक्ष रूपी सीनियर सिटीजन समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं, जिन्होंने युवाओं को भी अपनी ओर आकर्षित किया है। यहां बात हमीरपुर स्थित सीनियर सिटीजन कौंसिल की है जोकि वर्ष 2000 से समाज के कल्याण में प्रदेश में कार्यरत पहली संस्था है।  बात गरीब बच्चों की शिक्षा की हो या फिर अस्पताल में आने वाले रोगियों को नि:शुल्क भोजन से लेकर अन्य व्यवस्थाओं की, हर जगह इन्होंने अपने परिश्रम व सेवाभाव से अलग पहचान बनाई है। 

संस्था के साथ 2000 से अधिक लोग 
दुनिया क ो मानवता की सीख देती इस संस्था का गठन ज्ञान चंद शर्मा ने वर्ष 2000 में किया था। उस समय उनके साथ सिर्फ 4 लोग थे परंतु अब इस संस्था के साथ लगभग 2000 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। उनका मुख्य उद्देश्य रोगियों और उनके साथ आए लोगों को खाना और सुविधाएं उपलब्ध करवाना है।  इस संस्था ने शुरूआत में दूध, ब्रैड और दलिया देना शुरू किया था परंतु जैसे-जैसे लोग इस संस्था के साथ जुड़ते गए, वैसे-वैसे इस संस्था ने अपनी सेवाएं बढ़ानी शुरू कर दीं। लोगों को सुबह दलिया, दोपहर में दाल, चावल, रोटी सब्जी और रात का भोजन मुफ्त दिया जाता है।

पहले किराए के भवन में काम करती थी संस्था
शुरू में यह संस्था किराए के भवन में काम करती थी। वर्ष 2001 में  इस संस्था को सरकार द्वारा भवन मुहैया करवाया गया। यह संस्था हमीरपुर के क्षेत्रीय अस्पताल और आयुर्वैदिक अस्पताल के मरीजों को अपनी सेवाएं प्रदान करती है, जिनका मुख्य उद्देश्य समाज के निर्धन लोगों का कल्याण करना है। इस संस्था का कार्य संचालन ज्ञान चंद शर्मा ही करते हैं। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद से ही उन्होंने इस ओर कार्य करना शुरू कर दिया। इस संस्था में सभी सेवानिवृत्त लोग अपनी सेवाएं नि:शुल्क प्रदान करते हैं। 

इन नेक कार्यों ने दिलाई अनूठी पहचान
1.
संस्था द्वारा अस्पताल में लोगों के लिए 24 घंटे गर्म पानी और दूध गर्म करने के लिए एक अलग से गैस स्टोव की मुफ्त सुविधा उपलब्ध करवाई गई है, जिसका लाभ जरूरतमंद लोग हर समय उठा सकते हैं जबकि पहले लोगों को बाहर से गर्म पानी की बाल्टी के लिए 100 रुपए और दूध गर्म करने के लिए 10 रुपए खर्च करने पड़ते थे। 
2. हर साल इनके द्वारा गऊ सेवा के लिए 5 लाख रुपए का बजट बनाया जाता है, जिसमें हमीरपुर जिले की गऊशालाओं में सेवा प्रदान की जाती है। इस साल भी पालमपुर महाविद्यालय से गऊ सेवा के लिए 500 मिनरल ब्रिक्स मंगवाई गई हैं और हमीरपुर जिले क ी सभी गऊशालाओं में मुफ्त वितरित की गई हैं।
3. संस्था द्वारा लोगों को नि:शुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। लोग दवाइयों के बिल को सीनियर सिटीजन संस्था को देते हैं और संस्था उन बिलों का भुगतान करती है।
4. संस्था द्वारा रोगियों व उनके तीमारदारों को 3 समय का बढिय़ा भोजन फ्री उपलब्ध करवाया जाता है तथा उनके लिए कंबल आदि भी दिए जाते हैं।
5. निर्धन असहाय छात्रों को शिक्षा और एक अच्छा जीवन देने के लिए संस्था द्वारा छात्र आवास की सुविधा प्रदान की गई है। इसमें उनके रहने, खाने-पीने के साथ-साथ उनको पढ़ाया भी जाता है। यहां से शिक्षा प्राप्त कर छात्र आज अच्छे पदों पर भी कार्यरत हैं।
6. जो निर्धन मेधावी छात्र पढ़ाई या प्रशिक्षण लेना चाहते हैं और उसका चयन किसी कालेज या संस्थान में होता है तो उनकी फीस व होस्टल फीस का खर्च भी संस्था उठाती है। इस सेवा के तहत एक छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर बी.एस.एफ. में देश की सेवा कर रहा है।