हाय ये सूखे पेड़, कभी भी हो सकते हैं ढेर
punjabkesari.in Tuesday, Jul 31, 2018 - 02:55 PM (IST)

बिलासपुर: शहर के विभिन्न स्थानों पर सूखे पेड़ हादसों को न्यौता दे रहे हैं। ये सूखे पेड़ शहर की सड़कों व सार्वजनिक स्थानों पर हादसों का कारण बन सक ते हैं। तेज हवाएं चलने पर ये पेड़ गिर कर सड़क पर चल रहे वाहनों या राहगीरों को अपनी चपेट में ले सकते हैं जिस कारण कोई बड़ी दुर्घटना भी घट सकती है। रिहायशी क्षेत्रों में भी ये सूखे पेड़ घरों को भी अपनी चपेट में ले सकते हैं। शहर के रौड़ा सैक्टर स्थित एक सूखे बड़े पेड़ के साथ एक निजी स्कूल भी है जहां नौनिहाल शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यदि यह सूखा पड़े गिर जाए तो जान-माल को नुक्सान पहुंचा सकता है लेकिन जिला प्रशासन इन सूखे पेड़ों को काटने के बजाय किसी हादसे का इंतजार कर रहा है।
खेल मैदान में गिरती रहती हैं टहनियां
शहर के रौड़ा सैक्टर निवासी संजय, निशांत व राघव आदि का कहना है कि वे आमतौर पर रोजाना शाम को खेल मैदान में टहलने के लिए जाते हैं लेकिन मैदान में सफेदे का सूखा पेड़ होने से हवा चलने से अक्सर इसकी टहनियां गिरती रहती हैं, जिससे हमेशा हादसे का अंदेशा बना रहता है। बस अड्डा परिसर बिलासपुर में भी एक सूखा पेड़ है। यह सूखा पेड़ कभी भी यात्रियों या किसी बस या अन्य वाहन को अपनी चपेट में ले सकता है। वहीं चंगर, डियारा, रौड़ा व शहर के अन्य जगहों पर सड़कों के किनारे कई ऐसे ही सूखे पेड़ हादसों का कारण बन सकते हैं।
अनुमति के लिए वन विभाग को लिखा है पत्र
नगर परिषद बिलासपुर की अध्यक्ष सोमा देवी ने बताया कि नगर परिषद ने सूखे पड़ों को काटने के लिए वन विभाग बिलासपुर से अनुमति लेने के लिए पत्र लिखा है जैसे ही अनुमति मिलेगी वैसे ही इन सूखे पड़े के कटान को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।