जय राम ठाकुर के CM बनने की ये हैं प्रमुख वजहें

Sunday, Dec 24, 2017 - 10:36 PM (IST)

शिमला : हिमाचल प्रदेश में सीएम कौन होगा इसका फैसला आज हो गया है। मंडी के सराज विधानसभा क्षेत्र से विधायक जय राम ठाकुर 6वें मुख्यमंत्री होंगे। शिमला के पीटरहॉफ में विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर सहमति बनी। उनको सीएम बनाने का प्रस्ताव पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने रखा जिसका केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और कांगड़ा लोकसभा सीट से सांसद शांता कुमार ने समर्थन किया। बैठक में बीजेपी प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय सहित बीजेपी कोर ग्रुप के सदस्य भी मौजूद रहे। मंगल पांडेय ने विधायक दल को संबोधित किया। जय राम को सीएम बनाने की कई वजहें रहीं इनके से कुछ अहम हैं जो इस प्रकार हैं। 

ये हैं प्रमुख वजहें
. जातिगत समीकरण के हिसाब से राजपूत समुदाय हिमाचल में सबसे ज्यादा 37 फीसदी है। इसी हिसाब से जयराम के नाम पर मुहर लगना एक वजह रही। वहीं प्रदेश में ब्राह्मण समुदाय 18 फीसदी है। 

.संगठन और संघ में पकड़
जयराम ठाकुर की बीजेपी हाईकमान से लेकर आरएसएस में भ्भी अच्छी पकड़ है। उनको बड़ा ओहदा देने की बात बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनावी रैलियों के दौरान मंडी में पहले से ही कर चुके थे।

.बेदाग छवि
जयराम के ऊपर आज तक कोई भी आरोप नहीं लगा है। उनकी छवि बिलकुल बेहाग रही है। सीएम बनने को लेकर यह भी वजह मानी जा रही है।

.पिछली सरकार में रहे हैं मंत्री
भाजपा की पिछली सरकार में जयराम ठाकुर कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और उन्होंने पूरे प्रदेश का विकास करवाया है। कई योजनाएं उन्होंने लोगों के लिए चलाई हैं। जिससे उनकी पकड़ जनता के बीच और मजबूत हुई है।

.उम्र के लिहाज से बैठते हैं फिट
भाजपा ने सीएम बनने के लिए उम्र का दायरा तय किया है उसी हिसाब से जयराम बिलकुल फिट बैठते हैं। उनकी उम्र 70 वर्ष से कम है।

.पांचवीं बार लगातार बने हैं विधायक
जयराम ठाकुर लगातार पांचवीं बार सराज विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने हैं। इससे उनकी भाजपा में पकड़ काफी मजबूत है।

.मंडी जिला से दस में से नौ सीटें जितवाईं
मंडी जिला ने इस बार प्रदेश की भाजपा सरकार बनाने में अहम रोल अदा किया है। जिला की दस सीटों में से मंडी जिला ने बीजेपी को नौ सीटें दी हैं। इसी हिसाब से मंडी का प्रतिशत 90 फीसदी बैठता है जबकि एक सीट जो निर्दलीय ने जीती है उसने भी भाजपा का ही समर्थन किया है।