विधानसभा चुनाव में ये 19 महिलाएं आजमा रहीं किस्मत

Friday, Dec 08, 2017 - 12:58 AM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार 19 महिलाएं अपनी किस्मत आजमा रही हैं। इसमें भाजपा ने 6 तो कांग्रेस और बसपा ने क्रमश: 3-3 महिलाओं को टिकट दिया है। इस बार चुनाव लड़ रहीं 3 महिलाएं ही ऐसी हैं जो प्रदेश विधानसभा के लिए पहले निर्वाचित हो चुकी हैं। इनमें वर्तमान विधानसभा में पहुंचीं 2 महिला नेत्रियां आशा कुमारी और सरवीण चौधरी शामिल हैं जबकि राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर पहले विधानसभा की सदस्य रह चुकी हैं। हैरानी इस बात की है कि वर्ष 1952 से लेकर अब तक 22 नेत्रियां ही विधानसभा की दहलीज को छू पाई हैं।

नेत्रियों में सबसे पहला नाम उमावती
विधानसभा पहुंचने वाली नेत्रियों में सबसे पहला नाम उमावती का है। वह वर्ष 1954 में पहली महिला नेत्री के रूप में विधानसभा पहुंची थीं। इसमें अनीता वर्मा, आशा कुमारी, चंद्रेश कुमारी, देवेंद्रा कुमारी, कृष्णा मोहनी, लता ठाकुर, लीला शर्मा, निर्मला देवी, पद्मा, सरला शर्मा, सरवीण चौधरी, सत्यावती डैंग, श्यामा शर्मा, सुभद्रा अमी चंद, सुषमा शर्मा, उमावती, उर्मिल ठाकुर, विद्या स्टोक्स, विप्लव ठाकुर, रेणू चड्ढा, उमावती और विनोद चंदेल शामिल हंै। इनमें उमावती वर्ष, 1954, सत्यावती डैंग वर्ष, 1957, सुभद्रा, अमी चंद और देवेंद्रा कुमारी वर्ष, 1962 में विधानसभा के लिए चुनी गई थीं।

3 नेत्रियां ही पहुंच पाईं लोकसभा
हिमाचल से 3 नेत्रियां ही लोकसभा पहुंच पाई हैं। वर्ष, 1952 में हुए लोकसभा चुनाव में मंडी-महासू लोकसभा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस टिकट पर राजकुमारी अमृत कौर लोकसभा के लिए चुनी गईं। उस समय उन्हें केंद्र में कैबिनैट रैंक भी मिला था। इसके बाद वर्ष, 1984 में चंद्रेश कुमारी और वर्ष, 2004 में प्रतिभा सिंह लोकसभा के लिए चुनी गईं। चंद्रेश कुमारी राज्यसभा के साथ लोकसभा की सदस्य रहने वाली एकमात्र महिला नेत्री हंै। वे हिमाचल प्रदेश के अलावा केंद्र में भी मंत्री रह चुकी हैं। 

7 महिलाएं बन चुकी हैं मंत्री
राज्य में 7 महिलाएं अब तक मंत्री बन चुकी हैं। इसमें विद्या स्टोक्स, आशा कुमारी, चंद्रेश कुमारी, सरवीण चौधरी, विप्लव ठाकुर, श्यामा शर्मा और सरला शर्मा शामिल हंै। साथ ही अनीता वर्मा, सरवीण चौधरी, उर्मिल ठाकुर व लीला शर्मा संसदीय सचिव रह चुकी हैं।

वीरभद्र सरकार में जब 3 नेत्रियां बनीं कैबिनेट मंत्री
वर्ष 1952 से लेकर वर्ष, 1971 तक एक भी महिला नेत्री को कैबिनेट रैंक नहीं मिल सका। इसके बाद सरला शर्मा को वर्ष, 1972-77 और श्याम शर्मा को वर्ष, 1977 से 1979 तक मंत्री बनने का अवसर मिला। चंद्रेश कुमारी वर्ष, 1977 में उपमंत्री और वर्ष, 1984 व वर्ष, 2003 में भी मंत्री बनीं। इसी तरह वर्ष, 1995 से लेकर वर्ष, 1998 तक विप्लव ठाकुर भी मंत्री रहीं। वर्ष, 2003 में तात्कालीन वीरभद्र सरकार में 3 नेत्रियों विद्या स्टोक्स, आशा कुमारी और चंद्रेश कुमारी को कैबिनेट में स्थान मिला। 

स्पीकर बनने वालीं स्टोक्स एकमात्र नेत्री
वर्तमान सरकार में 90 वर्षीय आई.पी.एच. मंत्री विद्या स्टोक्स एकमात्र ऐसी नेत्री हैं जो विधानसभा की अध्यक्ष रह चुकी हैं। स्टोक्स वर्ष, 1977 में पहली बार उपचुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचीं। इसके बाद वर्ष, 1982, 1985, 1990, 1998, 2003, 2007 व 2012 में जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचीं। वह 8 बार जीत दर्ज विधानसभा पहुंचने वालीं भी एकमात्र नेत्री हैं। वह सदन में नेता प्रतिपक्ष और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष भी रही हैं।

राज्यसभा पहुंचने वाली लीला देवी महाजन पहली नेत्री
लोकसभा के अलावा राज्यसभा में महिला नेत्रियों की स्थिति बेहतर रही है। लीला देवी महाजन हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने जाने वाली पहली महिला नेत्री रही। वह वर्ष, 1956 में राज्यसभा के लिए चुनी गईं। इसके बाद सत्यावती डैंग वर्ष, 1968-74, मोहिंद्र कौर वर्ष, 1964-67 और 1978-84, ऊषा मल्होत्रा वर्ष, 1980-1986, चंद्रेश कुमारी वर्ष, 1996-2002, विप्लव ठाकुर 2006 में राज्यसभा के लिए चुनी गईं। इसके अलावा भाजपा की तरफ से विमला कश्यप सूद राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं जिनका कार्यकाल हाल ही में पूरा हुआ है।

ये महिला नेत्रियां लड़ रहीं चुनाव
विधानसभा चुनाव में इस बार 337 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसमें से 19 महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। चुनाव लडऩे वाली महिला नेत्रियों में डल्हौजी से कांग्रेस की आशा कुमारी, इंदौरा से भाजपा की रीता देवी, ज्वाली से बसपा की मंजना देवी, देहरा से कांग्रेस की विप्लव ठाकुर, सुलह से आजाद प्रत्याशी वंदना, नगरोटा से बसपा प्रत्याशी पिंकी देवी, शाहपुर से भाजपा प्रत्याशी सरवीण चौधरी, धर्मशाला से स्वाभिमान पार्टी की निशा कटोच, पालमपुर से भाजपा प्रत्याशी इंदु गोस्वामी, कुल्लू से राष्ट्रीय आजाद मंच से रेणुका डोगरा, करसोग से आजाद प्रत्याशी अनीता, मंडी से कांग्रेस की चम्पा ठाकुर, मंडी से आजाद प्रत्याशी रोशनी शर्मा, सरकाघाट से लोक गठबंधन पार्टी की पारो देवी, भोरंज से भाजपा की कमलेश कुमारी, बड़सर से बसपा की सरोती देवी व पांवटा साहिब से लोक गठबंधन पार्टी की मीना कुमारी, कसुम्पटी से भाजपा की विजय ज्योति सेन और रोहड़ू से भाजपा की शशि बाला शामिल हैं।