चिंतपूर्णी मंदिर में उमड़ा श्रद्धा और आस्था का सैलाब, पर... !

Sunday, Jul 11, 2021 - 05:22 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : बेशक कोरोना के मामलों में कमी दर्ज की गई है लेकिन अभी कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। बावजूद इसके हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों के साथ साथ अब धार्मिक संस्थानों में भी नियमों की जमकर धज्जियां उड़ रही है। ऐसा ही कुछ नजारा आज उत्तरी भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में देखने को मिला। बेशक हिमाचल के विभिन्न धार्मिक स्थलों से श्रद्धालुओं की आस्था जुडी हुई है लेकिन कोरोना नियमों की अवहेलना और लंबी लंबी कतारें कोरोना को एक बार फिर दावत देती हुई दिख रही है। 

रविवार को उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां चिंतपूर्णी मंदिर में आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा की किलोमीटर लंबी लाईनें देखने को मिली। सुबह से ही मां के दरबार में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। ना मॉस्क, ना सोशल डिस्टेंस, कोरोना नियमों को दरकिनार करते श्रद्धालु सुबह से लेकर शाम तक लाइनों में खड़े रहे। चिंतपूर्णी में कोरोना नियमों की उड़ रही धजिं्जयों पर प्रशासन भी मुंह देखता रहा। मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाइन व्यवस्था भी चरमराई रही। 

भीड़ का हुजूम देखकर ऐसा लग रहा था कि लोग सरेआम कोरोना बीमारी को बुलावा दे रहे है। व्यवस्था बनाने में प्रशासन के भी हाथ खड़े ही दिखे, जितने श्रद्धालु आए, उस हिसाब से व्यवस्था कम नजर आईं। मंगलवार, शनिवार व रविवार के लिए मंदिर प्रशासन को ठोस रणनीति बनानी होगी। वरना हालात बेकाबू ही रहेंगे। सरकार को इन दिनों पंजीकरण अनिवार्य कुछ माह के लिए करते हुए संख्या भी निर्धारित करनी चाहिए, ताकि सभी बड़े धार्मिक स्थलों के लिए व्यवस्था बन सके। चिंतपूर्णी में हालात देख लगता है कि करोना की तीसरी लहर को सरेआम निमंत्रण मिल रहा है, भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में पंजाब नंबर की गाडिय़ां भी घुस गई। मंदिर के मुख्य द्वार पर तिल धरने की जगह नहीं रही।
 

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prashant sharma