घर में था राशन का भंडार, प्रशासन को गलत सूचना देकर फंस गए परिवार

Wednesday, Apr 15, 2020 - 06:28 PM (IST)

डलहौजी (नरिंदर सिंह) : हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा के मशहूर पर्यटन नगरी डलहोजी के कुफरी गांव में संकट की इस घड़ी में भी कुछ मुस्लिम समुदाय के मजदूर प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा  है। हर दिन मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लॉक डाउन किया गया है। किन्तु यहां बिना सोशल डिस्टेनसिंग का पालन किये एक छोटे से कमरे में करीब छह-छह लोग रह रहे है। बाहरी राज्य के मुस्लिम समुदाय के मजदूर व उनके परिवारों ने एक समाचार पत्र में खबर लगवाकर घर में राशन और सब्जी खत्म होने की झूठी सूचना दे डाली। उन्होंने कहा की वह लोग भूखे मर रहे हैं न काम चल रहा है न पैसे है न खाने को राशन और उनकी कोई नहीं सुन रहा है न सरकार न प्रशासन न ही कोई संस्था। मगर उन्हें क्या पता था कि उन्हें ये मजाक बहुत महंगा पड़ जाएगा। 

मामला सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ तो एसडीएम डलहौजी डॉ. मुरारी लाल की अगुवाई में श्रम निरीक्षक संत राम वर्मा, पुखरी पंचायत प्रधान नर्मदा थापा व उप-प्रधान विशाल टंडन दो वाहनों में राशन लेकर पुखरी पंचायत में पहुंच गए। जिन लोगों के घरों में राशन खत्म होने व भूखे रहने की जानकारी प्रशासन तक पहुंची थी। उनके क्वार्टरों की जब पड़ताल की गई तो इनमें जरूरत से अधिक राशन, सब्जियां इत्यादि पाई गई। यहां तक की क्वार्टरों में भारी मात्रा में बासमती चावल भी पड़ा मिला और एक क्वार्टर में तो बाकायदा चिकन भी बना हुआ था। और तो और ढेर सारा राशन बेड बॉक्स में भी छिपाया गया था। एसडीएम डलहौजी  डॉ. मुरारी लाल ने इस हरकत पर इन लोगों को खूब खरी खोटी सुनाई और उन्हें नसीहत दी कि वे प्रशासन को गुमराह न करें अन्यथा उनको सख्त कदम उठाने पड़ेंगे। डॉ. मुरारी लाल, एसडीएम डलहौजी ने बताया की पुखरी पंचायत में जिन लोगों के पास राशन न होने से भूखे रहने की जानकारी मिली थी, उनके क्वार्टरों में काफी राशन था। प्रशासन तक गलत जानकारी पहुंचाई गई थी व झूठा प्रचार भी किया गया था। इस संबंध में भ्रामक प्रचार करने वालों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
 

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prashant sharma