कई खूबियां हैं जो बिलिंग को बनाती हैं अन्य स्थानों से श्रेष्ठ

Friday, Oct 12, 2018 - 12:12 PM (IST)

 

पालमपुर : कई खूबियां बिलिंग को विश्व के अन्य पैराग्लाइडिंग स्थलों से अलग पहचान दिलाती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो क्षेत्र का मौसम पायलटों के अनुकूल है, कठिन परिस्थितियों में भी यहां 20 से 30 किलोमीटर की उड़ान भरी जा सकती है तो अनुकूल परिस्थितियों में 100 किलोमीटर से अधिक की उड़ान भरना आम है। इसी के चलते वर्ष 1992 में फ्रांस के पायलटों जेवियर रेमंड ने 132.5 किलोमीटर की लंबी उड़ान भरी थी। क्रॉस कंट्री के लिए भी बिलिंग को अन्य स्थानों की अपेक्षा अधिक उपयुक्त बताया जाता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि क्रॉस कंट्री पायलटों को क्षेत्र विशेष के हवा में उड़ने से संबंधित कानूनों, फ्लाइंग रैगुलेशन, प्रतिबंधित क्षेत्रों को दर्शाते एविएशन मैप से परिचित होना आवश्यक है।

आसानी से मिलता है थर्मल 
पैराग्लाइडिंग के लिए आवश्यक थर्मल भी यहां वर्षभर पायलटों के लिए आसानी से मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार जून में इस क्षेत्र में 6 से 12 मीटर प्रति सैकेंड का थर्मल उपलब्ध रहता है, वहीं बसंत ऋतु में 4 से 8 मीटर प्रति सैकेंड का थर्मल मिलता है जबकि अक्तूबर-नवम्बर में अधिकतम 7 मीटर प्रति सैकेंड का थर्मल उपलब्ध रहता है। वर्ष भर सामान्यता 2 से 7 मीटर प्रति सैकेंड थर्मल की उपलब्धता बिलिंग में रहती है, यही थर्मल पायलट को ऊंची उड़ान के लिए आवश्यक होता है। थर्मल के कारण अनुभवी पायलट थर्मल के कारण  3800 से 4200 मीटर तक की ऊंचाई प्राप्त कर लेता है जबकि  इस स्थान पर 5000 से अधिक की ऊंचाई प्राप्त करने के लिए थर्मल उपलब्ध है। ऐसे में पायलट एक थर्मल से दूसरे थर्मल तक ग्लाइड करते हुए क्रॉस कंट्री कर सकते हैं।

हैंगग्लाइडिंग से आया सुर्खियों में
वर्ष 1984 में बीड़ बिलिंगउस समय सुॢखयों में आया जब पहली बार यहां हैंगग्लाइडिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। न्यूजीलैंड के नील किन्योर व इजराईल के कीथ निकोलस ने पहली बार बिलिंग घाटी का साहसिक खेलों के लिए उपयुक्त पाया। ऐसे में समुद्र तल से लगभग 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बिलिंग घाटी में हैंगग्लाइडिंग प्रतियोगिता आरंभ की गई। वर्ष 1992 में फ्रैंच पायलट द्वारा बिलिंग घाटी में पैराग्लाइडिंग आरंभ की गई। ऐसे में वर्ष 2002 से लेकर 2007 तक बिलिंग में पैराग्लाइडिंग प्री वल्र्ड कप का आयोजन होता रहा।

क्रॉस कंट्री के आंकड़े 
वर्ष 1992 में फ्रांस के जेवियर रेमड ने 132.5 किलोमीटर क्रॉस कंट्री का रिकार्ड बनाया था परंतु वर्ष 2015 में स्लोवाकिया के 2 पायलटों कुबू वेनो तथा आंद्रे द्वारा बिलिंग से 240 किलोमीटर की उड़ान भरने का दावा भी सामने आया। इन दोनों ने साढ़े 9 घंटे तक उड़ान भरी। इस वर्ष भारत के पायलट देबु चौधरी ने 220 किलोमीटर की उड़ान भरी थी। 

kirti