फिर शुरू हुआ हिमाचल में बन रही इस कफ सिरप का कहर, कंपनी बंद है पर बिक रहा है स्टॉक!

Saturday, Feb 29, 2020 - 01:20 PM (IST)

नाहनकाला अंब की फार्मा कंपनी 'डिजीटल वीज़न' एक बार फिर जानलेवा साबित हो रही है। कंपनी के सील होने के बाद फिर इसने मासूमों की जान लेना शुरू कर दिया है। कुछ दिन पहले कंपनी की बनी दवाई (कोल्ड बेस्ट-पीसी) पीने से हुई बच्चों की मौत के बाद इसे विभाग ने सील कर दिया था, लेकिन बाजार में बिक रहे स्टॉक के कारण फिर ये सिलसिला शुरू हो गया है। लिहाजा आप भी अगर अपने बच्चों को हल्की खांसी और बुखार पर दवाई देने जा रहे हैं तो सतर्क हो जाइए।

कोल्ड बेस्ट-पीसी नाम की कफ सीरप बनाने वाली इस कंपनी की खतरनाक चेहरा अब पंजाब के पटियाला में सामने आया। जहां हल्की खांसी और ज़ुकाम होने पर पांच साल के बच्चे को एक प्राइवेट डॉक्टर ने यह दवा दी। दवाई पीने के बाद वह उल्टियां करने लगा और बाद में दो बार हार्ट अटैक आने के बाद अब कोमा में है।

इस दवा के कारण हिमाचल-जम्मू में भी हो चुकी हैं मौतें

बता दें कि इसी दवाई से जम्मू के उधमपुर में जनवरी में कई बच्चों की मौत हो गई। सरकारी अस्पताल राजपुरा के चाइल्ड एक्सपर्ट डॉ. संदीप ने बताया कि कोल्ड बेस्ट -पीसी नामक कफ सिरप में डी एैथलीन ग्लाईको नामक सॉल्ट पाया जाता है, जो बच्चों के लिवर और किडनी पर बुरा असर डालती है। यह दवा बैन की जा चुकी है। जम्मू के डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज रेणु शर्मा ने कहा कि यह मौतें उधमपुर के रामनगर ब्लॉक में दिसंबर के मध्य से 17 जनवरी के बीच हुई हैं। उनका कहना है कि ‘बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें किडनी की समस्या थी। मारे गए सभी बच्चों में एक चीज कॉमन थी कि सभी ने कोल्डबेस्ट-पीसी का सेवन किया था। इस सीरप को पीने से 17 बच्चों की तबियत बिगड़ी थी, जिसमें से नौ की मौत हो गई थी।’

MP में भी लगाई जा चुकी है दवाई की बिक्री पर रोक

बता दें कि दवाई के घातक परिणामों को देखते हुए मध्यप्रदेश में कोताही बरतते हुए इस सिरप पर तुरंत रोक लगा दी गई है। विभाग ने बाकायदा इसके लिए इसी महीने पत्र जारी किया है। जानकारी के अनुसार कोल्ड बेस्ट पीसी सीरप की आपूर्ति हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, उत्तराखंड, मेघालय, त्रिपुरा, त्रिचिरापल्ली और उत्तर प्रदेश के कानपुर और गाजियाबाद में होती है।

कंपनी के लाइसेंस भी किया जा चुका है रद्द

कंपनी की बनाई इस दवा की बिक्री देश के आठ राज्यों में हुई, जहां के लगभग 5,500 यूनिट्स से इस दवा को वापस मंगा लिया गया है और हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य सुरक्षा नियमन प्रशासन ने सिरमौर जिले के काला अम्ब में डिजिटल विजन की यूनिट से इस दवा के प्रोडक्शन को बंद कर दिया है. इस यूनिट में कोल्डबेस्ट-पीसी सीरप का उत्पादन होता है।

हिमाचल प्रदेश के ड्रग्स कंट्रोलर को भेजे गए एक पत्र में जम्मू के ड्रग्स कंट्रोलर ने कहा कि चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर के डॉक्टरों की एक टीम ने डाइथिलीन ग्लाइकोल से संभावित रूप से हुई इन मौतों की जांच के लिए पिछले महीने रामनगर का दौरा किया था.

गर्भवती महिलाओं के लिए घातक है यह दवा

चाइल्ड एक्सपर्ट का कहना है कि 2011 में फूड एंड ड्रग एडमिस्ट्रेशन अमेरिका द्वारा चेतावनी दी गई थी कि बीपी, डायबिटीज और गर्भवती महिला को भी दवा देना मना है। इसके साथ ही 4 साल से छोटे बच्चे को भी यह सिरप देने से मना किया गया था।

kirti