राज्यस्तरीय जन्माष्टमी मेले में नहीं लगने दी दुकानें तो ट्रेड फेयर की कैसे दी गई अनुमति : अजय महाजन

punjabkesari.in Thursday, Sep 30, 2021 - 11:03 AM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो) : नूरपुर के चौगान मैदान में सरकार तथा प्रशासन द्वारा ट्रेड फेयर की स्वीकृति पर स्थानीय व्यापारियों के विरोध के बाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजय महाजन ने शहर के व्यापारी वर्ग का समर्थन करते हुए सरकार के दोहरे मापदंड पर सवाल उठाए हैं। महाजन ने कहा कि एक तरफ  सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुए नूरपुर के राज्यस्तरीय जन्माष्टमी मेले में लोगों को दुकानें लगाने व मेला लगाने के लिए मना कर दिया जबकि अब एक बाहरी क्षेत्र के व्यापारी को चौगान में मेला व बाजार लगाने के लिए स्वीकृति दे दी। उन्होंने कहा कि यह सरासर सरकार का स्थानीय व्यापारियों के साथ कुठारघात है। महाजन ने कहा कि प्रदेश में जिला कुल्लु के दशहरा उत्सव में भी जिला प्रशासन द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल के चलते मेला की स्वीकृति नहीं दी गई, जबकि नूरपुर में कोरोना नियमों को ताक में रखकर मेला की स्वीकृति दी गई है जोकि समझ से परे है।

महाजन ने कहा कि हैरत की बात है कि नूरपुर शहर का चौगान मैदान यहां इंडोर स्टेडियम बनना प्रस्तावित है वो युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के अधीन आता है तथा नूरपुर क्षेत्र के विधायक राकेश पठानिया उक्त विभाग के मंत्री भी है। उन्होंने सरकार व मंत्री से पूछना चाहा कि कोरोना प्रोटोकॉल और शहर के व्यापारियों के हितों को दरकिनार आखिर क्यों किया जा रहा है। महाजन ने कहा कि कोरोना काल मे नूरपुर शहर के व्यापारियों ने सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी दिशा निर्देशों का पालन किया था। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे सबसे ज्यादा नुक्सान व्यापारियों का हुआ है लेकिन प्रदेश सरकार ने व्यापारियों को उक्त नुकसान की राहत को प्रदान की नहीं बल्कि बाहरी क्षेत्र के व्यापारियों से मेले लगवाकर  स्थानीय दुकानदारों के साथ अन्याय कर रही है। महाजन ने सरकार से मांग की है कि कोरोना प्रोटोकॉल और स्थानीय दुकानदारों को हितों को ध्यान में रखते हुए उक्त ट्रेड फेयर की स्वीकृति को रद्द किया जाए।
 


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prashant sharma

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