पालमपुर के बगौड़ा में एसडीआरफ खुलने का रास्ता हुआ साफ, 105 कनाल भूमि हुई एसडीआरफ के नाम

Sunday, Feb 13, 2022 - 03:23 PM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत निप्पी) : भूगौलिक दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा जिला कांगड़ा आपदाओं से निपटने के लिए आधारभूत सरंचना को सुदृढ़ करने में निरंतर आगे बढ़ रहा है। राज्य में एनडीआरफ पहली बटालियन कांगड़ा जिला के नूरपुर में स्थापित हुई है और अब राज्य की पहली राज्य आपदा रिलीफ फोर्स एसडीआरएफ बटालियन का भी कांगड़ा जिला के पालमपुर के बगौड़ा में खुलने का रास्ता भी साफ हो गया है। बगौड़ा में 105 कनाल के करीब भूमि एसडीआरफ के लिए स्थानांतरित हो गई है। इस भूमि को पुलिस विभाग के नाम ट्रांसफर कर दिया गया है और जल्द यहां पर 100 एसडीआरएफ जवानों की बटालियन को तैनात कर दिया जाएगा। जिससे जिला कांगड़ा में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने, रेस्क्यू और सर्च अभियान को चलाने में मदद मिलेगी।

डीसी कांगड़ा ने कहा कि इसके अलावा जिला में एनडीआरएफ नूरपुर बटालियन में निर्माण कार्यों के लिए चार करोड़ अस्सी लाख की राशि भी स्वीकृत की गई है यहां पर फेब्रिकेटिड स्ट्रक्चर निर्माण के लिए रो-वे सिस्टम डवल्पमेंट कार्पोरेशन द्वारा खाका तैयार किया जा रहा है। इसके लिए रोप-वे डवल्पमेंट कार्पोरेशन को फंड उपलब्ध करवा दिए गए हैं इसका जल्द ही निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला भूकंप की दृष्टि से संवदेनशील जोन में आता है जिसके दृष्टिगत जिला में आपदा प्रबंधन को लेकर आधारभूत सुविधाएं जुटाने के लिए दूरगामी प्लान तैयार किया गया है ताकि आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कांगड़ा जिला पूरे प्रदेश का अग्रणी जिला बनकर उभरा है।    
 

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prashant sharma