फरिशते बने गांववासी, बर्फ भरे रास्ते में गर्भवती को पीठ पर उठाकर पहुंचाया अस्पताल

Saturday, Jan 11, 2020 - 05:57 PM (IST)

नाहन (सतीश) : हिमाचल में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इस बर्फबारी से लोगों को एक से दूसरी जगह जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला जिला सिरमौर के रेणुका विधानसभा क्षेत्र की चोकर पंचायत का है। यहां एक गर्भवती महिला को लोगों ने 10 किलोमीटर पैदल चल कर अस्पताल पहुंचाया। जानकारी के अनुसार अनिता पत्नी गोविंद सिंह को गुरुवार दोपहर बाद प्रसव पीड़ा उठी। जैसे ही परिजनों को पता चला, तो उनके हाथ-पांव फूल गए। गांव में स्वास्थ्य की सुविधा न होने व क्षेत्र में बर्फबारी को देखते हुए उनकी चिंता बढ़ गई। फिर इन्होंने गांववासियों की मदद ली। 

ग्रामीण रविंद्र सिंह, सुरजीत, कुल्फीप, कविराज, सुभाष, अजय आदि दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने तुरंत पीठ पर उठाकर बर्फ में पैदल चलते हुए 10 किलोमीटर भुटली मानल पहुंचाया, जिसके बाद मरीज को 108 एंबुलेंस की मदद से राजगढ़ सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया। वैसे तो चोकर से नोहराधार की दूरी मात्र नौ किलोमीटर है, मगर नोहराधार में ज्यादा बर्फबारी की वजह से मरीज को नोहराधार अस्पताल ले लाना असंभव था। इसलिए प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को लंबे रास्ते से राजगढ़ अस्पताल पहुंचाना पड़ा। 

ग्रामीणों ने राजगढ़ से 108 एंबुलेंस मंगानी पड़ी। चूंकि बाया खेरी भुटली मानल में बर्फ  हल्की गिरी थी और जो बर्फ  गिरी थी, वह भी दोपहर तक पिघल गई थी, इसलिए यही रास्ता परिजनों ने उचित समझा। अनिता को पहले रूटीन चैकअप के दौरान बताया गया था कि डिलीवरी अस्पताल में ही करवाएं, जिससे प्रसव पीड़ा के दौरान ग्रामीण चिंता में पड़ गए। ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि क्षेत्र के संपर्क मार्गों को जल्द खोल दें, ताकि अन्य किसी मरीज को असुविधा न हो।

Edited By

Simpy Khanna