गांव से खतरा टलने की उम्मीद जगी, टनल में पानी के रिसाव की होगी जांच

Monday, Apr 17, 2017 - 10:38 AM (IST)

कुल्लू: एनएचपीसी की 800 मेगावाट पार्वती जल विद्युत परियोजना की टनल में अब पानी के रिसाव की जांच होगी। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के.एम. सिंह व एन.एच.पी.सी. लिमिटेड के अन्य निदेशकों ने पार्वती-2 पावर हाऊस का दौरा किया और शेष कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। सी.एम.डी. के.एम. सिंह एवं शोभावती सिंह दोनों ने बटन दबाकर इकाइयां शुरू कीं। पावर हाऊस की एक इकाई को ग्रिड के साथ सिंक्रनाइज करने का प्रस्ताव था लेकिन सिऊंड के आसपास रिसाव के कारण एच.आर.टी. में पानी भरना बंद कर दिया। इसी बीच रैला पंचायत की प्रधान खेमी देवी ने अन्य प्रतिनिधियों के साथ सी.एम.डी. एन.एच.पी.सी. से मुलाकात की और अपनी चिंता जताई। सी.एम.डी. ने उन्हें बताया कि एन.एच.पी.सी. पिछले 41 वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रही है और कई परियोजनाएं बना चुकी है। उन्होंने कहा कि सुरंगों को चार्ज करते समय इस प्रकार की समस्याएं आम हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और हित उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं और उनके हित का पर्याप्त ध्यान रखा जाएगा। बताया जाता है कि 3 दिन से खड़ौआ गांव के ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ था।


निरीक्षण रिपोर्ट के बाद चलेगा रिसाव के कारणों का पता
पानी का रिसाव नए स्रोत के कारण या मृत धारा के पुनरोद्धार या किसी अन्य कारण से हो सकता है। मामले का निरीक्षण किया जाएगा और अंतिम निरीक्षण रिपोर्ट के बाद ही रिसाव के वास्तविक कारण का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रिसाव इतना कम है कि इससे जीवन और संपत्ति के लिए किसी भी तरह का खतरा नहीं है। कुछ लोग स्थानीय निवासियों के बीच इस रिसाव के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मुद्दे के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए एन.एच.पी.सी. के अधिकारियों ने एच.आर.टी. में पानी भरना बंद कर दिया है और मशीनों के ग्रिड से सिंक्रनाइजेशन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है।