कुल्लू के इस फुटब्रिज पर खतरे के बावजूद गुजर रहे वाहन

Friday, Nov 17, 2017 - 10:55 AM (IST)

कुल्लू : भुंतर में पुल बंद और वामतट मार्ग पर फोरलेन का कार्य जारी है। इस वजह से लोगों को जाम की समस्या के कारण बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई वाहन चालक शॉर्टकट के चक्कर में पिरड़ी फुटब्रिज का सहारा ले रहे हैं। पिरड़ी फुटब्रिज के ऊपर से कई बार एक साथ 3-3 छोटे वाहन गुजर रहे हैं। इस पुल की क्षमता से अधिक भार के चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। दोपहिया वाहन इस पुल से आसानी से पार हो सकते हैं, लेकिन अन्य चौपहिया छोटे वाहनों का इस पुल के ऊपर से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। 2 वर्ष पहले भी एक स्कॉर्पियो गाड़ी इस पुल पर करीब 3 घंटे तक फंसी रही थी। हरियाणा के आधा दर्जन से अधिक सैलानी भी पुल पर फंसी इस स्कॉर्पियो गाड़ी में फंस गए थे। दोनों ओर से गाड़ी के दरवाजे होने के कारण सैलानी गाड़ी से उतर भी नहीं पा रहे थे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने बड़ी मुश्किल से इस गाड़ी को पिरड़ी तरह पहुंचाया था।

छोटे वाहनों की आवाजाही बंद की जानी चाहिए
इन दिनों फोरलेन निर्माण के चलते वामतट मार्ग पर जाम भी लग रहा है और ऐसे में कई लोग छोटे वाहन लेकर पिरड़ी फुटब्रिज से ही आर-पार हो रहे हैं। वामतट मार्ग पर भी लंबा जाम लग रहा है। इलाकावासी नरेश कुमार, चमन, राजेश कुमार, हरीश ठाकुर, मोहन लाल, मेहर चंद, लोकेश और विजय कुमार ने बताया कि फुटब्रिज से इन दिनों दिन में कई वाहन आर-पार हो रहे हैं। इस फुटब्रिज से कई बार 2-3 गाड़ियां एक साथ गुजर रही हैं। पुल भी इतना तंग है कि जब इसके ऊपर से कोई गाड़ी गुजरे तो उसके साथ किसी राहगीर का चल पाना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में इस फुटब्रिज से छोटे वाहनों की आवाजाही बंद की जानी चाहिए। यदि समय रहते ऐसा नहीं किया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। पिरड़ी की ओर से पुल पार करने के बाद नाले में ऐसा अंधा मोड़ है, जहां पूर्व में भी कई बार वाहन पलट चुके हैं। डी.सी. युनूस का कहना है कि इस संदर्भ में अधिकारियों को निर्देश जारी किए जाएंगे। भूतनाथ पुल से आने-जाने की व्यवस्था रहेगी। किसी भी बड़े हादसे से बचने के लिए कोई अन्य व्यवस्था करवाई जाएगी।

पूर्व में भी हो चुका है हादसा
भुंतर में वैली ब्रिज पर पूर्व में भी बड़ा हादसा हो चुका है। वैली ब्रिज के ऊपर से क्षमता से अधिक भार वाला ट्राला चलने से यह पुल टूट गया था। वर्ष 2007 में हुई इस घटना के बाद लोगों को आने-जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था और इस वैली ब्रिज के स्थान पर नया पुल तैयार करने में लंबा वक्त लगा था।