सब्जियों के नाम पर खा रहे जहर, खरीदने से पहले जरुर पढ़े यह खबर

Tuesday, May 30, 2017 - 12:33 PM (IST)

ऊना: अगर आप बाजार से ये सोच कर हरी और ताजी सब्जियां खरीदकर लाते हैं कि ये आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है तो आप गलत सोच रहे हैं। हरी और ताजी दिखने वाली यह सब्जियां आपको बीमार कर सकती हैं। ऐसा ही एक मामला हिमाचल के ऊना जिले में सामने आया है। जहां उत्पादन बढ़ाने के लिए जमकर फर्टिलाइजड और पैस्टिसाइड (खाद और कीटनाशकों) का प्रयोग हो रहा है। किस सब्जी एवं फ्रूट में कितना जहर है इसकी जांच का अभी तक भी कोई प्रावधान नहीं है। सिस्टम न होने की वजह से लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है। ऑफ सीजन वैजीटेबल के उत्पादन में तो नियमों का भी उल्लंघन हो रहा है। यहां जगह-जगह बिखरे पड़े कीटनाशकों के डिब्बे (खाली खोल) इस बात के प्रमाण हैं कि अंधाधुंध स्प्रे यहां की सब्जियों का जायका खराब कर रहे हैं। 


वर्षों से रेत पर सब्जियां उगाने का कारोबार चल रहा
वर्षों से रेत पर सब्जियां उगाने का कारोबार चल रहा है परन्तु इस बात को अनदेखा किया जा रहा है कि कौन सी चीज का किस मात्रा में प्रयोग किया जाना है। न प्रयोगशाला है, न कोई जांच एजैंसी है। ऑफ सीजन वैजीटेबल के उत्पादन में यू.पी. के बरेली से आए राई परिवार मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। अब यह कारोबार बड़े स्तर पर फैलने लगा है। इसमें जिला ऊना का विस्तृत स्वां क्षेत्र तो शामिल ही है इसके साथ-साथ कांगड़ा, सोलन एवं सिरमौर के मैदानी क्षेत्र भी शामिल हैं। सब्जियों की बढ़ती डिमांड के मद्देनजर इनका उत्पादन भी काफी हो रहा है। 


शरीर के अंगों को पहुंच रहा नुकसान
ऑफ सीजन में जो सब्जियां तैयार हो रही हैं, उनकी गुणवत्ता सवालों के घेरे में है। स्वास्थ्य विभाग को नियमित तौर पर इसके सैंपल भरने चाहिए। इसकी जांच करने के लिए पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के साथ-साथ पालमपुर और केंद्रीय प्रयोगशाला में भी सुविधाएं उपलब्ध हैं। खतरनाक कीटनाशक सेहत के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकते हैं। इससे कैंसर, हार्ट, पैनक्रिया व लीवर सहित कई अन्य अंगों को नुक्सान पहुंच सकता है और गंभीर रोग हो सकते हैं। सांस से जुड़ी बीमारियां भी खतरनाक कीटनाशकों की वजह से सामने आती हैं। सरकार द्वारा तयशुदा कीटनाशक ही कम मात्रा में उपयोग में लाए जाने चाहिए। 


पंजाब को भी होती है सब्जियों की सप्लाई
ऊना की विस्तृत स्वां नदी और इसके आसपास के क्षेत्रों में वर्षों से सब्जी उत्पादन का काम हो रहा है। गर्मियों में सब्जियों की आपूर्ति जिला ऊना से प्रदेश के जिला कांगड़ा, चम्बा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन क्षेत्रों के साथ-साथ पंजाब के कई जिलों में भी होती है। दोपहर बाद गाड़ियों में लोड होकर सब्जी सुबह विभिन्न सब्जी मंडियों तक पहुंचती है और यहां से आगे सप्लाई होती है। निश्चित रूप से सब्जियों की डिमांड को यहां से पूरा किया जा रहा है परन्तु अधिक उत्पादन के चलते कितना और किस मात्रा में फर्टिलाइजर और पैस्टीसाइड यूज किया जा रहा है। इस पर जांच की आवश्यकता है।