अगर लाहौल-स्पीति टनल से जुड़ता है तो तो युवाओं की बेरोजगारी खत्म होगी

Monday, Feb 05, 2018 - 01:23 PM (IST)

 

चम्बा:चुराह घाटी को अगर टनल के माध्यम से लाहौल-स्पीति से जोड़ा जाता है तो इससे यह एरिया न सिर्फ पर्यटन की दृष्टि से विकसित होगा बल्किघाटी के युवाओं को रोजगार के साधन मुहैया होंगे, वहीं चुराह और लाहौल-स्पीति की दूरी भी कम हो जाएगी। बेरोजगारी के चलते यहां के युवाओं को अपने रोजगार के लिए बाहरी राज्यों का रुख करना पड़ता है। ऐसे में चुराह लाहौल-स्पीति टनल से जुड़ जाता है तो यहां के युवाओं की बेरोजगारी समाप्त हो जाएगी। यह मुद्दा चुराह के बघेईगढ़ में जनमत निर्माण अभियान के तहत चाय पर चर्चा के दौरान उठाया गया। इस चर्चा में चुराह के बुद्धिजीवी वर्ग ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और विश्वविद्यालय शिमला से शोध कर रहे वेद प्रकाश और अंकित चंदेल भी इस चर्चा का हिस्सा बने।

टनल से जुड़ने पर लोग आधे घंटे में पहुंच सकते हैं
सेवानिवृत्त प्रारंभिक शिक्षा खंड अधिकारी रूप ठाकुर ने कहा कि चुराह को लाहौल-स्पीति से टनल के जरिये दराटी जोत से जोड़ा जा सकता है और अगर सरकार इस संदर्भ में कोई पग उठाती है तो चुराह और लाहौल-स्पीति में मात्र 10 किलोमीटर का फासला रहेगा तथा आधे घंटे में चुराह से लाहौल-स्पीति पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हो जाता है तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वरिष्ठ शिक्षक पी.सी. ठाकुर ने कहा कि चुराह में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है परंतु कमी कमी है बस इसके दोहन की। यदि युवाओं को अच्छे शिक्षण संस्थान व साधन मिलें तो युवा काफी आगे जा सकते हैं।

सरकारी सहयोग की कमी 
समाजसेवी विपिन राजपूत और मुकेश शर्मा ने कहा कि चुराह में लोगों के पास साधनों की कमी नहीं है। लोगों ने खेतीबाड़ी व सेब के बगीचे इत्यादि में मेहनत करके खुद के लिए बहुत विकल्प तैयार किए हैं लेकिन इस सबके लिए सरकारी सहयोग की कमी है जिस वजह से उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाती है।