छात्रों ने उपप्रधानाचार्य व 2 विभागाध्यक्ष पर लगाया धमकी देने का आरोप

Monday, Jun 25, 2018 - 10:37 AM (IST)

शिमला (जस्टा): शिमला के डैंटल अस्पताल में छात्रों को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। डैंटल के छात्रों ने यह आरोप कालेज के उपप्रधानाचार्य व 2 विभागाध्यक्ष पर लगाया है। इस संबंध में छात्रों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री सहित विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखा है। छात्रों का कहना है कि सी.एस.सी.ए. के सदस्य एवं छात्रों ने पूर्व समारोह की भांति इस वर्ष भी वार्षिक समारोह मनाने को लेकर एक महीना पहले से तैयारियां शुरू कर दी हैं। 4 जुलाई को कालेज में वार्षिक समारोह होना है। कालेज के उपप्रधानाचार्य एवं 2 विभागाध्यक्षों ने छात्रों को धमकाना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि यह चिकित्सा संस्थान है न कि नाचने व गाने का संस्थान है। 


छात्रों को धमकियां दीं कि अगर तैयारियां बंद नहीं की तो वार्षिक परीक्षा में फेल कर दिए जाएंगे। छात्रों का कहना है कि डैंटल कालेज के छात्रों ने शैक्षणिक क्षेत्रों, लोकसेवा आयोग द्वारा दंत चिकित्सक भर्तियों व सेना चिकित्सा कोर में सराहनीय अंक प्राप्त करके नौकरी प्राप्त की है। वार्षिक समारोह में छात्र-छात्राओं को सर्वांगीण प्रतिभा प्राप्त करके वे गौरव महसूस करते हैं। उपप्रधानाचार्य व 2 विभागाध्यक्षों ने अंतिम वर्ष के छात्रों सहित तृतीय एवं द्वितीय वर्ष के छात्रों को भी कार्यक्रम की तैयारियों में भाग लेने को लेकर रोक दिया गया है। अभी तक छात्रों ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर 2 लाख के आसपास पैसे खर्च कर दिए हैं और वार्षिक पत्रिका छपाई का कार्य भी अंतिम चरण पर है। अगर उपप्रधानाचार्य व अन्य अध्यापकों का रवैया इसी तरह रहता है तो कार्यक्रम आयोजित करना असंभव होगा। 


दंत चिकित्सा महाविद्यालय पूरे प्रदेश का एकमात्र सरकारी प्रतिष्ठित संस्थान है। जहां पर पूरे प्रदेश भर से छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। वार्षिक वितरण हर संस्थानों में मनाया जाता है, लेकिन यहां पर छात्रों को डराया धमकाया जा रहा है। छात्रों में अध्यक्ष सनेहील, उपाध्यक्ष विनत कौल, सचिव अंशु यादव, सह सचिव श्रीतिका सहित सेपाली, प्रिया ठाकुर व दीपक गुलेरिया सहित अन्य छात्रों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल आचार्य देव्रत, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार सहित वि.वि. के कुलपति को पत्र लिखा है और समारोह को आयोजित करने सहित उप प्रधानाचार्य और 2 विभागाध्यक्षों पर कार्रवाई करने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि उन्हें डर ही सता रहा है कि कही उन्हें वार्षिक परीक्षा में फेल न कर दें।  

Ekta