इस वजह से बढ़ेगी होटल मालिकों की परेशानियां

Saturday, Mar 10, 2018 - 10:37 AM (IST)

मनाली : टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग के निर्धारित मापदंडों को सरल नहीं बनाया गया तो कुल्लू-मनाली के सैंकड़ों होटलियर्ज की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। होटलियर्ज ने मापदंडों को दरकिनार कर होटलों का निर्माण किया है। हालांकि कुल्लू-मनाली में 1500 से अधिक होटलों का आंकड़ा बताया जा रहा है लेकिन पर्यटन विभाग की मानें तो विभाग के पास 770 होटल और गैस्ट हाऊस पंजीकृत हैं जबकि 304 घर प्रदेश सरकार की होम स्टे योजना के तहत पंजीकृत हैं। लगभग 300 घरों को केंद्र सरकार की योजना के तहत बैड एंड ब्रेकफास्ट के तहत पंजीकृत किया है।

सभी होटलों ने उन मापदंडों को पूरा कर दिया
टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग के साथ-साथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यटन विभाग के मापदंडों को पूरा करना भी अनिवार्य है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यटन विभाग के मापदंड पूरे न करने पर मनाली के 91 होटलों की बिजली काट दी गई थी और अब लगभग सभी होटलों ने उन मापदंडों को पूरा कर दिया है। इन दिनों कुल्लू-मनाली के अधिकतर होटल संबंधित सरकारी विभागों के मापदंड पूरे करने में जुटे हुए हैं। होटलियर्ज की मानें तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यटन विभाग के मापदंडों को पूरा कर लिया गया है लेकिन टी.सी.पी. के कठोर मापदंड उनकी राह में रोड़ा बने हुए हैं।

होटल एसोसिएशन अध्यक्ष ने सरकार से आग्रह किया 
होटल संचालकों रमण, प्रदीप, विकास और तुला ठाकुर का कहना है कि वे स्वयं सरकारी विभागों के मापदंडों को पूरा करने को प्राथमिकता दे रहे हैं लेकिन टी.सी.पी. के मापदंड सख्त व कठिन होने से उनकी परेशानियां बढ़ी हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग के मापदंडों को सरल किया जाए ताकि सैंकड़ों लोग सरल ढंग से अपने होटलों का संचालन कर सकें। इन होटलियर्ज का कहना है कि प्रदेश सरकार टी.सी.पी. के मापदंडों में फेरबदल कर होटलियर्ज को राहत दे। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि टी.सी.पी. के मापदंडों को सरल किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार टी.सी.पी. के नियमों में संशोधन करती है तो होटलियर्ज की सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी।