इनाम की व्यवस्था फिर भी पुलिस पर भारी पड़ रहे नशे के सौदागर

Monday, Dec 04, 2017 - 10:35 AM (IST)

कुल्लू (शम्भू प्रकाश): इनाम की व्यवस्था के बावजूद नशे के सौदागर पुलिस महकमे पर भारी पड़ रहे हैं। नशे की खेप को लेकर पुलिस या एन.सी.बी. को सूचना देने वालों को सरकार की ओर से इनाम के तौर पर रुपए जारी किए जाने की व्यवस्था है। एन.सी.बी. किसी की सूचना पर यदि नशा बरामद करता है तो सूचना देने वाले को 2000 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से इनाम के पैसों का भुगतान किया जाता है। पुलिस विभाग ने भी पिछले 10 वर्षों में करीब 10 लाख रुपए से अधिक पैसे नशे के सौदागरों के खिलाफ सूचना देने वालों को बांटे हैं। 


नशे के किले पर चढ़ाई करने में भी कठिनाइयों का करना पड़ रहा सामना
ऐसी व्यवस्था होने के बावजूद लोग पुलिस, एन.सी.बी. और अन्य सरकारी एजैंसियों की मदद को खुलकर आगे नहीं आ रहे हैं। इस तरह की मुश्किलों में नशे के किले पर चढ़ाई करने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को पुलिस विभाग के मुकाबले नशे के सौदागरों को दबोचने के लिए सरकार की ओर से अधिक फंडिंग होती है। एन.सी.बी. इस बात को लेकर अपना रोना रो रहा है कि हिमाचल में लोग नशे की खेप को लेकर सूचना देने से कतरा रहे हैं। एन.सी.बी. पैसे खर्च करने के लिए भी तैयार है लेकिन फिर भी लोग नशे के सौदागरों के खिलाफ कुछ बताते नहीं हैं। जितने लोग एन.सी.बी. के संपर्क में आते हैं और उसमें 5 से 10 प्रतिशत लोग सही सूचना दें तो नशे की बरामदगी के साथ-साथ नशे के सौदागरों की सलाखों के पीछे पहुंचने के क्रम में बढ़ौतरी होगी। 


किसी तरह सूचना देने वाले का नाम खोज निकालता है माफिया 
परेशानी यह है कि ईनाम के 2000-4000 रुपयों की खातिर ठिकाने लग रही नशे की खेप को लेकर सूचना देकर कोई भी माफिया से बैर नहीं लेना चाहता। कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने पुलिस विभाग और एन.सी.बी. का सहयोग किया लेकिन किसी तरह पकड़े गए माफिया ने सूचना देने वाले का नाम खोज निकाला। इस पूरे प्रकरण में यही माना जा रहा है कि जिन पर नाम गुप्त रखने का जिम्मा था वही सूचना देने वाले का नाम भी माफिया को बता देते हैं। पुलिस और एन.सी.बी. को आम लोगों के सहयोग की कमी को इस एंगल से भी जोड़कर देखा जा रहा है। नशे का कारोबार 7 समंदर तक फैला हुआ है। इस कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए प्रयास जारी हैं।