CM दौरे के दौरान छलका नूरपुर हादसे के पीड़ितों का दर्द

Tuesday, Nov 20, 2018 - 10:25 AM (IST)

धर्मशाला : नूरपुर हादसे में अपने अबोध बच्चों को खो चुके परिजनों की पीड़ा सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नूरपुर दौरे के दौरान एक बार फिर उभर आई। 7 माह पहले चेली में हुए दर्दनाक स्कूल बस हादसे में मासूम बच्चों को खो चुके परिजनों ने इस बार मौन रहकर अपना दर्द सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया। यह अलग बात है कि सरकार तक उनका दर्द इस बार भी नहीं पहुंच सका। नूरपुर के बौड़ में एक तरफ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसभा चल रही थी तो दूसरी ओर सभा स्थल से करीब 100 मीटर की दूरी पर स्कूल बस हादसे के शिकार बच्चों के परिजन अपने लाडलों को याद कर भावुक हो रहे थे।

परिजनों ने पहले नूरपुर अस्पताल में कैंडल जलाकर अपने बच्चों को याद किया, उसके बाद अस्पताल से बस अड्डे तक कैंडल मार्च निकाला। इसके बाद समाजसेवी संजय शर्मा की अगुवाई में परिजनों ने मुख्यमंत्री के जनसभा स्थल से कुछ दूरी पर मौन जुलूस निकाला तथा करीब आधे घंटे तक अपने दिवंगत बच्चों की फोटो हाथ में लेकर बैठे रहे। इस दौरान उनकी अश्रुपूर्ण आंखें सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रही थीं। संजय शर्मा ने कहा कि दिवंगत बच्चों के परिजन इस हादसे की जांच करवाने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक गुहार लगा चुके हैं और इंसाफ पाने के लिए धर्मशाला में जिला प्रशासन के दर नाक तक रगड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें आज तक इंसाफ नहीं मिल सका है। ऐसे में पीड़ितों ने अब मौन रहकर रोष जताने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को परिजनों के इस मौन मार्च की पूरी जानकारी थी, लेकिन सी.एम. जयराम ठाकुर और उनके मंत्री सभा स्थल से कुछ दूर चलकर पीड़ित परिजनों से मिलने तक नहीं आए। हादसे के एक पीड़ितविक्रम कटोच ने कहा कि चेली हादसे को 7 माह का समय बीत चुका है, लेकिन सरकार की जांच में हादसे के कसूरवार का पता नहीं चला है। उन्होंने कहा कि यदि चेली हादसे के शिकार बच्चों के परिजनों को इंसाफ नहीं मिला तो उनका यह मौन आने वाले समय में शोला बन जाएगा।

kirti