तेंदुए और बाघ की खालों के मामले में सामने आया नया मोड़

Friday, May 12, 2017 - 02:48 PM (IST)

सोलन : हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के साधु पुल स्थित बाबा अमरदेव के आश्रम में साल भर पहले मिली तेंदुए और बाघ की खालों के मामले में एक नया मोड़ आया है। दरअसल इस मामले से जुड़े दस्तावेज और खालों की रिपोर्ट सीआईडी की क्राइम ब्रांच ने मंडल वन अधिकारी (डीएफओ) सोलन को भेजी है। जिस कारण अब बाबा की मुश्किलें कम हो गई हैं। इतना हीं नहीं वन विभाग ने कोर्ट में चालान दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू की है।


तेंदुए की 3 और बाघ की 1 खाल बरामद
जानकारी के मुताबिक, वन विभाग ने कोर्ट में चालान दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि वन अधिकारी इस हफ्ते के अंत तक चालान स्थानीय कोर्ट में पेश कर सकते हैं। गौरतलब है कि 23 अप्रैल को पिछले साल बाबा अमरदेव के रामलोक आश्रम में सीआईडी ने छापामारी कर तेंदुए की 3 और बाघ की 1 खाल बरामद की थी। सीआईडी की क्राइम ब्रांच ने वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था वहीं दूसरी ओर खालों की वैज्ञानिक प्रमाणिकता के लिए देहरादून स्थित वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (डब्ल्यूआईआई) भेजा गया था।

वन विभाग कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी में
बताया जा रहा है कि एक साल बाद सोमवार को जांच रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को मिली। खालों के तेंदुए और बाघ के होने की पुष्टि हुई है। खाल बरामद होने और डब्ल्यूआईआई देहरादून की पुष्टि के बाद वन विभाग कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी कर रहा है। मामले की जांच कर रही सीआईडी की क्राइम ब्रांच अब खाल आने के जरिए पर अपनी जांच केंद्रित कर रही है। विभागीय सूत्रों ने कहा इस मामले की जांच हो रही है बाबा के पास ये खालें कहां से आईं, कही जानवरों का शिकार तो नहीं किया गया है।