Watch Video: चांद पर शोध कर रहे वैज्ञानिक ने किया चौंकाने वाला खुलासा

Thursday, Mar 16, 2017 - 11:57 AM (IST)

कांगड़ा: कहते हैं चांद पर भी दाग होता है। लेकिन अब वैज्ञानिकों का कहना है कि चांद की एक सतह बेदाग है। जानकारी के मुताबिक चंद्रमा के अध्ययन के लिए इंडियन स्पेस रिसर्च ऑग्रेनाइजेशन (इसरो) के स्टडी ऑफ मून प्रोजेक्ट पर काम कर रहे भू-गर्भ वैज्ञानिक एवं राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धर्मशाला के प्राध्यापक डॉ. सुनील धर ने चंद्रयान सेटेलाईट से मिले डाटा पर शोध के बाद दावा किया है कि चंद्रमा की अगली साथ पर तो दाग है लेकिन पिछली साथ पर दाग नहीं हैं। उन्होंने शोध में इस बात का खुलासा किया है कि हमें चंद्रमा की पिछली साथ दिखाई ही नहीं देती है पृथ्वी और चंद्रमा की रोटेशन एक जैसी है। इनकी गति भी बराबर है, ऐसे में हमें चंद्रमा की अगली सतह ही दिखती है।


इसरो ने सौंपा था सुनील धर को प्रोजेक्ट का जिम्मा
बताया जाता है कि नवंबर 2016 में इसरो ने डॉ. सुनील धर को प्रोजेक्ट का जिम्मा सौंपा था। इसमें चंद्रमा पर चट्टानों, पर्वत श्रृंखलाओं, दबे हुए क्षेत्र सहित पानी की संभावनाएं तलाशी जाएगी। इसके लिए चंद्रयान से करीब 90 फीसदी डाटा उन्हें मुहैया करवा दिया गया है इसी के आधार पर उन्होंने दावा किया है। सुनील धर ने कहा कि पिछली सतह पर ऐसा नहीं है यानी चांद की उत्पत्ति के बाद से ही अगली साथ पर उल्का पिंडों और ज्वालामुखी गिरने के कारण बहर गड्ढे पड़ गए हैं जो हमें दाग की तरह दिखते हैं। उन्होंने कहा कि चांद की पिछली सतह पर ऐसा कुछ नहीं है इससे चांद की पिछली सतह बेदाग दिखाई देती है।