नम आंखों से दी लैफ्टिनैंट अविनाश को अंतिम विदाई

Wednesday, Jun 14, 2017 - 01:49 AM (IST)

धर्मपुर: विशाखापट्टनम में शनिवार को हुए कार हादसे में जान गंवाने वाले लैफ्टिनैंट अविनाश ठाकुर का शव सोमवार देर शाम उनके पैतृक गांव धर्मपुर के सिद्धपुर पहुंचा। 22 वर्षीय लैफ्टिनैंट अविनाश की शनिवार को कार हादसे में मौत गई थी और मंगलवार को उनका पैतृक गांव सकोह के सिद्धपुर श्मशानघाट में ब्यास नदी के किनारे अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके शव को मुखाग्रि उनके छोटे भाई अश्विनी ठाकुर ने दी। इस दौरान नेवी, गोरखा व पंजाब रैजीमैंट के 40 जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ लैफ्टिनैंट अविनाश को अंतिम विदाई दी। इस दौरान स्थानीय नेताओं व प्रशासन की ओर से कोई शामिल नहीं हुआ।



डाल्फिन हिल से डाकवार्ड आते समय हुआ हादसा 
अविनाश पुत्र जोगिंद्र पाल नेवी में लैफ्टिनैंट के पद पर तैनात थे। वह अपने 4 दोस्तों के साथ शुक्रवार रात 12 बजे डाल्फिन हिल से डाकवार्ड वापस आ रहे थे कि विशाखापट्टनम में अचानक कार हादसा हो गया, जिसमें वे सभी घायल हो गए। पांचों दोस्तों को घायल अवस्था में नजदीक के कल्याणी अस्पताल लाया गया, जहां सुबह 4 बजे अविनाश ठाकुर ने दम तोड़ दिया जबकि चारों दोस्तों लैफ्टिनैंट अजय, राहुल, अमित व अमनदीप का उपचार चल रहा है। 

शव घर पहुंचा तो बेटे की मौत का पता चला  
अविनाश की माता सोमा देवी गृहिणी हैं और छोटे भाई अश्विनी ठाकुर ने बेंगलुरु से इंजीनियरिंग की है। अविनाश की मौत का पता उसकी माता को तब चला जब उसका शव घर पहुंचा। इससे पहले उन्हें यह बताया गया था कि कार हादसे में अविनाश घायल हुए हैं और वह ठीक हैं। पूर्व प्रधान सिद्धपुर गंगा राम ने कहा कि अविनाश पहले से ही पढ़ाई में निपुण था और सभी के साथ मिलने-जुलने वाला व्यक्ति था। उसकी अचानक मृत्यु से बहुत बड़ी हानि हुई है।