इस स्कूल में अध्यापकों की कमी, छात्रों का भविष्य अंधेरे में

Friday, Jun 22, 2018 - 03:21 PM (IST)

चम्बा: अगले एक सप्ताह के भीतर राजकीय उच्च विद्यालय भद्रोह में रिक्त चले रहे अध्यापकों के पदों को भरा नहीं गया तो इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले सभी बच्चे इस स्कूल में जाना बंद कर देंगे। वीरवार को डी.सी. चम्बा से मिली स्कूल प्रबंधन समिति ने इस संदर्भ में एक मांग पत्र सौंपते हुए यह बात कही। इस बारे जानकारी देते हुए स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ताजदीन ने बताया कि हैरान करने वाली बात है कि डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाले इस स्कूल की शिक्षा व्यवस्था यहां तैनात महज 2 अध्यापकों पर ही आश्रित है। इनमें एक अध्यापक तो एस.एम.सी. द्वारा तैनात किया गया है।

उन्होंने कहा कि इस स्कूल के बच्चों को कितनी बेहतर शिक्षा सुविधा प्राप्त हो रही है, इस बात को अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में इस स्कूल में महत्वपूर्ण विषय पढ़ाने वाला कोई अध्यापक तैनात नहीं है। इस स्कूल में अध्यापकों के पदों की वर्तमान स्थिति यह है कि बी.एससी. मैथ, बी.एससी. साइंस, पी.ई.टी., शास्त्री, भाषा अध्यापक, मुख्याध्यापक व एक पद टी.जी.टी.आर्ट्स का रिक्त चला हुआ है। स्कूल में सरकारी तौर पर महज एक कला अध्यापक ही तैनात है। इन 2 अध्यापकों के चलते स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों के मिड-डे मील की व्यवस्था के साथ स्कूली बच्चों को शिक्षा देने का जिम्मा 2 अध्यापकों पर ही है।

स्कूल प्रबंधन समिति ने कहा कि कई बार वे इस स्कूल को अध्यापक मुहैया करवाने के लिए शिक्षा विभाग से गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है, ऐसे में अब स्कूल प्रबंधन समिति को जिला प्रशासन से ही यह उम्मीद बंधी है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए इस स्कूल में रिक्त चले अध्यापकों के पदों को भरने के लिए प्रभावी कदम उठाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्कूल प्रबंधन समिति एक सप्ताह का समय देती है। इस समयावधि में अगर रिक्त चल रहे पदों को नहीं भरा गया तो इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को अभिभावक शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूल नहीं भेजेंगे। 

kirti