यहां 85 साल के पादरी को हराने पर तुला सरकारी सिस्टम, 3 मुख्यमंत्रियों के आदेश भी बेअसर

Sunday, Jun 24, 2018 - 03:27 PM (IST)

नाहन: शहर के हजारों लोग पादरी बेला सिंह (85) से परिचित हैं। इस शख्स ने 85 साल की उम्र में भी हार नहीं मानी। लगता है सरकारी सिस्टम पादरी को हराने पर तुला है। वह 2 दशकों से मोहल्ला ढाब्बों में स्थित ईसाई कब्रगाह के रखरखाव के लिए भटक रहे हैं। कब्रगाह के रखरखाव के लिए अब तक 3 मुख्यमंत्रियों के आदेश भी बौने साबित हुए हैं। वर्षों से यह मामला  प्रशासन की बैठकों में उठता रहा है। यहां तक कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी हस्तक्षेप किया, मगर हालात नहीं बदले। बेला सिंह का कहना है कि कब्रगाह के रखरखाव लिए सरकार द्वारा जारी बजट का समय पर इस्तेमाल नहीं किया गया। बाऊंडरी का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। कब्रगाह में बना कमरा व बैठने के बने स्थान का उचित रखरखाव न होने से ये खंडहर में तबदील हो रहे हैं। अवैध कब्जे के मामले भी विचाराधीन हैं।


चारदीवारी के लिए सरकार ने दिए थे 3 लाख
मोहल्ला ढाब्बों स्थिति कब्रगाह की सुरक्षा व अवैध कब्जों को रोकने के लिए लंबी जद्दोजहद के बाद सरकार ने करीब 3 लाख रुपए का बजट जारी किया था। आरोप है कि बजट मिलने के बाद प्राकलन बनाने और टैंडर लगाने में लंबा समय बीत गया। बाद में ग्रामीण विकास विभाग आगे आया और कार्रवाई की। बाद में नगर परिषद के माध्यम से चारदीवारी का टैंडर हुआ लेकिन निर्माण कार्य अभी भी अधूरा पड़ा है।


नगर परिषद जल्द निपटाए मामला
एस.डी.एम. नाहन विवेक शर्मा ने बताया कि ईसाई कब्रगाह के मामले में पादरी बेला सिंह की ओर से कई बार निर्माण कार्य पूरा करने बारे मामला उठाया गया है। लिखित पत्र भी कार्यालय को मिले हैं। इसके बाद नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि वे समयबद्ध कब्रगाह के अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करवाएं। कब्रगाह के रखरखाव को लेकर संबंधित समुदाय की व्यक्तिगत भावनाएं जुड़ी हैं। इस मामले को जल्द नगर परिषद को निपटाना चाहिए।

Vijay