अंधकार में है यहां के बच्चों का भविष्य, पढ़ें क्या हैं वजह

Saturday, Oct 14, 2017 - 02:37 PM (IST)

चम्बा : उपमंडल चम्बा के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत सिल्लाघ्राट के बच्चों को अध्यापकों की कमी के चलते बेहतर शिक्षा सुविधा पाने के लिए तरसना पड़ रहा है। इस पंचायत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सिल्लाघ्राट की शिक्षा व्यवस्था यहां तैनात सिर्फ 2 अध्यापकों व 1 प्रधानाचार्य के ऊपर आश्रित है जबकि अन्य महत्वपूर्ण विषयों को पढ़ाने वाले अध्यापकों का मानो अकाल पड़ा हुआ है। इसी पंचायत के राजकीय माध्यमिक स्कूल बड़ौथा की शिक्षा व्यवस्था का तो यह हाल है कि वहां शिक्षा ग्रहण करने वाले 45 बच्चों के लिए एक भी नियमित अध्यापक तैनात नहीं है, ऐसे में इस स्कूल की शिक्षा के साथ-साथ मिड-डे मील को अंजाम देने का पूरा दारोमदार यहां डैपुटेशन पर तैनात डी.एम. पर निर्भर है। 

स्कूल में 300 बच्चे कर रहे शिक्षा ग्रहण 
ऐसे में इस पंचायत के बच्चे कैसे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे, इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। सिल्लाघ्राट पंचायत प्रधान आशा कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पंचायत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में इस समय 300 के करीब बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। वर्तमान में इस स्कूल में भाषा अध्यापक  नॉन मैडीकल, मैडीकल व पी.टी.आई. का पद रिक्त चला हुआ है। प्रधानाचार्य के अलावा जो 2 अन्य अध्यापक तैनात हैं, उनमें संस्कृत व समाज विषय पढ़ाने वाले अध्यापक हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग से मांग की है कि उनकी मांग को जल्द पूरा किया जाए।