सड़क हादसे के शिकार युवक के परिजनों ने लगाई इंसाफ की गुहार

punjabkesari.in Saturday, Sep 19, 2020 - 03:36 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : ऊना-हमीरपुर रोड स्थित रीजनल अस्पताल के सामने 9 सितम्बर को हुए सड़क हादसे में जान गवाने वाले जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव डंगोली निवासी रविंद्र कुमार के परिजनों ने पुलिस पर मामले की निष्पक्ष जांच न करने और उनके साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप जड़ा है। उन्होंने हादसे की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर को ज्ञापन सौंपा। वहीं उनका आरोप है कि पुलिस विभाग द्वारा नियुक्त किए गए जांच अधिकारी ने हादसे में शामिल टिप्पर चालक को बचाने का पूरा प्रयास किया है। जबकि मौके के मुताबिक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। न ही टिप्पर चालक का मेडिकल करवाया गया। वही मामले के संबंध में पूछने पर जांच अधिकारी ने उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया है। ऐसे में उन्हें इस जांच अधिकारी से न्याय की कोई उम्मीद नहीं रह गई है। उन्होंने एसपी से जांच अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई। 

जिला मुख्यालय के रीजनल अस्पताल के पास 9 सितंबर की शाम बाइक और टिप्पर में हुई भिड़ंत के दौरान डंगोली गांव निवासी युवक की मौत मामले में पुलिस द्वारा अमल में लाई जा रही कार्रवाई से मृतक के परिजन और ग्रामीण खासे नाराज हैं। उनका आरोप है कि जांच अधिकारी ने उनके पुत्र को टक्कर मारने वाले टिप्पर चालक को बचाने के लिए मृतक के ही खिलाफ केस दर्ज कर डाला है। इतना ही नहीं इस मामले के संबंध में जानकारी मांगने पर जांच अधिकारी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार तक कर डाला। जबकि हादसे के बाद चालक का मेडिकल तक नहीं करवाया गया।

ग्रामीणों का आरोप है कि हादसे के दौरान टिप्पर चालक शराब के नशे में धुत था। लेकिन जांच अधिकारी ने उसका मेडिकल नहीं कराया और उसे बचाने के चक्कर में उन्हीं के मृतक पुत्र के खिलाफ केस दर्ज कर डाला है। शनिवार को मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर डंगोली गांव वासियों का एक प्रतिनिधि मंडल एसपी ऊना से मिला। उन्होंने कहा कि हादसे का कारण टिप्पर का ओवरलोड होना भी रहा है। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टिप्पर उनके बेटे रविंद्र कुमार को घसीटते हुए काफी दूर तक ले गया था। इसके बाद रविंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मामले की जांच किसी अन्य जांच अधिकारी से निष्पक्ष तौर पर कराई जाए वही उनके साथ गलत व्यवहार करने वाले पुलिस विभाग के जांच अधिकारी और हेड कांस्टेबल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

prashant sharma

Recommended News

Related News