भाजपा से कृपाल व कांग्रेस से भवानी का चेहरा लगभग तय

punjabkesari.in Sunday, Oct 03, 2021 - 11:00 AM (IST)

धर्मशाला (जिनेश कुमार) : फतेहपुर में कांग्रेस व भाजपा के चेहरे लगभग तय है लेकिन अंतिम फैसला दोनों ही पार्टियों के हाईकमान लेगा। सूत्रों कहते है कि फतेहपुर उपचुनाव में भाजपा फिर से पूर्व सांसद कृपाल परमार पर अपना भरोसा दिखा रहा है जबकि कांग्रेस की ओर से भी भवानी पठानिया का नाम तय हो गया है। जानकारों की मानें तो दोनों ही पार्टियों के चेहरे बेशक तय हो, लेकिन उपचुनाव में दोनों ही पार्टियों के लिए बागी समीकरण बिगाड़ सकते है। पूर्व मंत्री स्व. सुजान सिंह पठानिया के निधन के बाद रिक्त हुए फतेहपुर में विधायक के पद को भरने के लिए चुनाव आयोग के आचार संहिता लगाए जाने के बाद दोनों ही पार्टियों में अपने-अपने स्तर पर राजनीतिक बिसात बिछाने शुरू कर दी है। कांग्रेस महंगाई और बरोजगारी को अपना हथियार बनाए हुए है। तो भाजपा 4 सालों में प्रदेश में हुए विकास का दावा पेश कर रही है। 

कांग्रेस में बागी कम भाजपा में बागी हो सकते है ज्यादा 

उपचुनावों में जीत हासिल करने के लिए दोनों ही पार्टियां कमर कस चुकी है। दोनों ही पार्टियां अपने बागी होने वाले उम्मीदवारों को मनाने में पहले ही जुट गई थी। कई कार्यकर्ताओं को सरकार में अहम ओहदे भी दिए जा चुके है ताकि उपचुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित की जा सकें। भाजपा से टिकट के चाहवान फतेहपुर विधानसभा में आधा दर्जन के करीब है। वहीं कांग्रेस में टिकट के चाहवानों की संख्या कम है। टिकट के चाहवान ही दोनों पार्टियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। 

पार्टी विचारधारा को छोड़कर निर्दलीय ने बिगाड़ा पार्टी का खेल 

पिछले 4 चुनावों की बात की जाए तो वर्तमान में फतेहपुर विधानसभा और पूर्व में रही ज्वाली विधानसभा के अंदर आने वाले फतेहपुर में जिस भी पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी से नाराज हो कर निर्दलीय चुनाव लड़े है उस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। वर्ष 2007 में कांग्रेस से संबंध रखने वाले 3 कार्यकर्ताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था जिसके चलते कांग्रेस का वोटर विभाजित हो गया था और कांग्रेस को इस चुनाव में हार देखने को मिली थी। इसके बाद हुए 2009, 2012 व 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा पार्टी से संबंध रखने वाले 2 से 3 कार्यकर्ताओं ने निर्धलीय चुनाव लड़ा जिससे भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। 

डा. राजन सुशांत और पठानिया का रहा है मुकाबला 

फतेहपुर विस में भाजपा की ओर से ब्राहमण वर्ग और कांग्रेस की ओर से राजपूत वर्ग की काफी कांटे की टक्कर देखने को मिली है। राजपूत वर्ग की संख्या अधिक होने के चलते ही सुजान सिंह पठानिया पुराने समय में ज्वाली विधानसभा और वर्तमान में फतेहपुर सीट से 7 बार विधायक रहे है। वहीं भाजपा की ओर से ब्रहमाण वर्ग को टिकट देने के बाद डा. राजन सुशांत 4 बार विधायक रहे है। 

2012 में बना अलग विधानसभा क्षेत्र 

फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र 2012 में बना है। इससे पहले फतेहपुर ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के अंदर आता था। 2012 में अलग विधानसभा क्षेत्र बनने के बाद सुजान सिंह पठानिया यहां से विधायक के रूप में चुने गए थे। 

दो बार पहले भी हो चुके है यहां उपचुनाव 

2012 से पहले ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते फतेहपुर में 2 बार पहले भी उपचुनाव हो चुके है। पहला उपचुनाव 1985 में हुआ था जिसमें भाजपा ने जीत हासिल ही थी और डा. राजन सुशांत यहां से जीते थे। वहीं दुसरी उपचुनाव 1993 में हुआ था इस उपचुनाव में कांग्रेस के सुजान सिंह पठानिया जीत कर विधायक बने थे। वर्तमान में सुजान सिंह पठानिया ने निधन के बाद तीसरी बार इस विस क्षेत्र में उपचुनाव होंगे। 

कब कौन किस पार्टी से रहा विजेता
1977    सुजान सिंह पठानिया  जनता पार्टी
1982    डा. राजन सुशांत       भाजपा
1985    डा. राजन सुशांत       भाजपा
1990     सुजान सिंह पठानिया   कांग्रेस
1993     सुजान सिंह पठानिया   कांग्रेस
1998     डा. राजन सुशांत        भाजपा
2003     सुजान सिंह पठानिया   कांग्रेस
2007      डा. राजन सुशांत         भाजपा
2012   सुजान सिंह पठानिया    कांग्रेस
2017  सुजान सिंह पठानिया     कांग्रेस 

फतेहपुर उप चुनाव प्रभारी भाजपा विक्रम ठाकुर ने कहा कि जल्द ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हाईकमान द्वारा की जाएगी, पार्टी एकजुटता के साथ भारी मतों से सारी सीटों में जीत हासिल करेगी। वहीं कांग्रेस के फतेहपुर उप चुनाव प्रभारी राजेंद्र राणा ने कहा उपचुनाव को लेकर कल पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक होगी जिसके बाद पार्टी हाईकमान को नाम भेजे जाएंगे। 4 या 5 अक्तूबर को कांग्रेस हाईकमान उम्मीदवारों के नाम घोषित करेगा। पार्टी इन उपचुनावों में एतिहासिक जीत हासिल करेगी। 
 


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Content Writer

prashant sharma

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