शराब नीति के बदलाव पर कंवर का पलटवार, पहले की आबकारी नीति थी वीरभद्र के चहेतों के लिए

Thursday, Feb 20, 2020 - 12:27 PM (IST)

 

हमीरपुर(अरविंदर): प्रदेश सरकार की आबकारी नीति के तहत शराब नीति में हुए बदलाव पर कांग्रेसी नेताओं की बयानबाजी पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि जब वीरभद्र सिंह की सरकार में आबकारी नीति अपने चहेतों के लिए बनाई थी और जो पैसा कोष में जाना था वह पैसा वीरभद्र सिंह के चहेतों की जेब में जाता था। लेकिन पहली बार हिमाचल में बीजेपी सरकार के समय में तीन करोड़ से ज्यादा मुनाफा सरकार को हुआ है और आज हिमाचल के अंदर शराब महंगी होने के कारण ब्लैक बिक रही है और इस धंधे को समाप्त करने के लिए नीति में सशोधन किया है जो कि प्रदेश हित में है। उन्होंने कहा कि इससे ब्लैक मार्केटिंग खत्म होगी और प्रदेश सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा।

1008 श्री गुरू राजेन्द्र गिरि महाराज जी, प्रमुख गद्दी श्री सिद्ध बाबा बालकनाथ जी गुफा दियोटसिद्ध द्वारा समाधिलीन 1008 मंहत शिव गिरि जी महाराज की 16वीं बरसी के उपलक्ष्य में उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालकनाथ दियोटसिद्ध में सिद्ध बाबा बालकनाथ की विशाल चैंकी तथा अखंड भंडारा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वीरेन्द्र कंवर विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर पंजाबी गायक लखबीर सिंह लक्खा ने बाबा जी की महिमा का गुणगान किया। तो वहीं पहाड़ी कलाकार धीरज षर्मा ने भी अपनी सुरीली आवाज से बाबा की भेंटों से समां बांधा। देर रात तक चले कार्यक्रम में काफी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि आज बाबा के दरबार में माथा टेका है और राजेन्द्र गिरी महाराज की बरसी कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र गिरि महाराज के समय में मंदिर न्यास ने काफी बढिया काम किया है और बरसी के अवसर पर उन्हें याद किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आज वर्तमान महंत राजेन्द्र गिरि महाराज ने भी परपंरा को कायम रखते हुए काम किया जा रहा है जिससे लोगों को सुविधाएं मिल रही है। 25 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र को लेकर उन्होंने कहा कि जब जब बीजेपी की सरकार सता में आती है तो गरीब लोगों और किसानों की चिंता करती है। उन्होंने कहा कि 1977 में जब भाजपा सरकार सत्ता में आई थी। उस समय भी प्रदेश में गरीबों के कल्याणार्थ अंत्योदय योजना तथा पेयजल योजना की शुरूआत की गई थी। इसी प्रकार वर्ष 1998 में जब प्रो0 प्रेम कुमार धूमल हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। उस समय भी ग्रामीण विकास को लेकर पेयजल तथा सडक़ों के नेटवर्क को सुदृढ़ कर विकास के नए.नए आयाम स्थापित किए गए थे। वहीं 15वें वित आयोग के तहत पंचायत नुमाइदों को विकास कामों के लिए मिले प्रावधान पर वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि चैहदवें वित आयोग के अनुसार पहले बजट दिया गया है और अब नए वित आयोग के तहत भी पंचायतों में विकास होगा। उन्होंने कहा कि 15 वें वित आयोग के तहत पैसों का आवंटन किया जाएगा और लोगों के काम पूरे किए जाएंग।

kirti