यहां पढ़ रहे MBBS छात्रों के भविष्य पर मंडराए संकट के बादल, ये हैं वजह

Saturday, Feb 17, 2018 - 10:55 AM (IST)

नेरचौक : नेरचौक मैडीकल कालेज में पढ़ रहे एम.बी.बी.एस. के प्रथम बैच के छात्रों की कालेज में प्रैक्टीकल की कक्षाएं नहीं चल पा रही हैं और मात्र थ्य्रौरी ही करवाई जा रही है जिस कारण उनके भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। प्रैक्टीकल न करवाने का कारण टैक्रीकल स्टाफ की कमी है, वहीं कालेज प्रशासन इस बारे चुप्पी साधे है।

मिनिस्टीरियल स्टाफ  की भर्ती नहीं हो पाई
बताते चलें कि एम.बी.बी.एस. कर रहे छात्रों के जून-जुलाई में प्रथम बैच के फाइनल एग्जाम भी होने हैं और परीक्षा से पहले प्रैक्टीकल होने हैं। एम.बी.बी.एस. का प्रथम बैच शुरू करने के लिए कालेज प्रशासन ने जैसे-तैसे एम.सी.आई. की अप्रूवल तो ले ली है, लेकिन अभी तक टैक्निकल स्टाफ, स्पोॄटग स्टाफ  व अन्य मिनिस्टीरियल स्टाफ  की भर्ती नहीं हो पाई है। मैडीकल कालेज में प्रथम बैच के विषयों बायो कैमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, एनॉटमी, कम्युनिटी मैडीशियन व पैथोलॉजी इत्यादि के प्रैक्टीकल भी करवाए जाने हैं।

25 जनवरी को किया था स्वास्थ्य मंत्री ने कालेज का दौरा
विधानसभा चुनाव, 2017 से पहले मैडीकल कालेज में स्टाफ  की भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया गया था लेकिन नई सरकार के बनने के बाद उस पर अब ब्रेक लगा हुआ है। आऊटसोर्स के माध्यम से की जा रही, इस भर्ती प्रक्रिया को सरकार ने फिलहाल रोक रखा है। नई सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने मैडीकल कालेज का 25 जनवरी को दौरा किया था, उस समय उन्होंने भर्ती प्रक्रिया को रोकने के निर्देश दिए थे जिसके बाद भर्ती प्रक्रिया बंद है।