बड़ोग पंचायत के 2 गांवों में फोरलेन निर्माण का मलबा बना लोगों के लिए विनाश का कारण

Saturday, Aug 18, 2018 - 09:04 AM (IST)

कुमारहट्टी : विकास यदि सही ढंग से न किया जाए तो विनाश बन सकता है। जिला सोलन के तहत बन रहा परवाणु-सोलन फोरलेन यही कहानी बता रहा है। कुछ दिन पहले हुई बारिश से बड़ोग पंचायत के 2 गांवों में विनाश लीला देखने में आई थी। फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी द्वारा अवैध एवं अवैज्ञानिक तरीके से फैंकी गई मिट्टी लोगों के जीवन के लिए खतरा बन गई है। बड़ोग पंचायत में लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में 7 डंप बनाकर लोगों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है।

कुमारहट्टी-सोलन बाईपास पर बड़ोग पंचायत में फोरलेन निर्माण कार्य करने वाली कंपनी जगह-जगह मलबे की डंपिंग नाले के साथ सड़क के  नीचे की ओर कर रही है, जिससे डंपिंग से नीचे की ओर रहने वालों के लिए समस्या बन गई है। डंपिंग की जद्द में आंजी, खलोगड़ा व ढिल्लों गांवों के सैंकड़ों लोग आ रहे हैं। लोगों ने पुलिस में भी मामला दर्ज करवाया है लेकिन कोई हल नहीं निकला। 15 दिन में इस क्षेत्र में डंपिंग के मलबे ने लाखों का नुक्सान पहुंचाया है। ग्रामीणों की जीवन भर की कमाई मिट्टी में बह रही है व सरकार आंखें मूंदे बैठी है। स्थानीय पंचायत के उपप्रधान हुकम चन्द ने बताया कि पंचायत ने केवल ढिल्लों गांव के ऊपर के नाले पर डंपिंग की परमिशन दी है, बाकी सारी डंपिंग अवैध है।

अवैध व अवैज्ञानिक तरीके से हो रही डंपिंग
कंपनी द्वारा जगह-जगह डंपिंग पूरी तरह अवैध व अवैज्ञानिक तरीके से की जा रही है। डंपिंग का मलबा बारिश होते ही नालों में मिलने से उपरोक्त गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं। रविवार रात को हुई बारिश के बाद इन डंपिंग साइटों से निकला मलबा खलोगड़ा गांव के कई मकानों व दुकानों में घुस गया था व एक पुल नष्ट हो गया था।
 भारी बारिश से आंजी गांव में आए मलबे से एक रैस्टोरैंट पूरी तरह तबाह हो गया था। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने भी मौके का दौरा करने के बाद माना है कि फोरलेन बना रही कंपनी द्वारा अवैज्ञानिक तरीके से की जा रही डंपिंग से यह स्थिति बनी है जो भविष्य के लिए भी चिंताजनक है।
 

kirti