जोगिंद्रा सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष पद पर BJP का कब्जा

Friday, Nov 23, 2018 - 09:32 AM (IST)

सोलन (पाल): जोगिंद्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष पद पर भाजपा आखिरकार कब्जा करने में कामयाब हो गई है। अर्की के मनोनीत सदस्य कृष्ण चंद शर्मा उपाध्यक्ष बन गए हैं। कांग्रेस समर्थित उपाध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वीरवार को हुई बैठक से 6 में से 5 निर्वाचित सदस्य बैठक से नदारद रहे और उनकी अनुपस्थिति में ही उपाध्यक्ष का चुनाव हो गया। कांग्रेस समर्थित निवर्तमान उपाध्यक्ष केवल कृष्ण भारद्वाज की मानें तो उन्हें अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस ही नहीं मिला है। सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर 5 निर्वाचित सदस्यों की गैर-मौजूदगी में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया। 

नियमों के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव पर कम से कम 3 निर्वाचित सदस्यों के हस्ताक्षर होने अनिवार्य हैं, जबकि उनके खिलाफ रजिस्ट्रार सहकारी सभा के पास प्रस्तुत किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 4 मनोनीत और एक निर्वाचित निदेशक ने हस्ताक्षर किए हुए थे। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए वीरवार को हुई बैठक में 3 निर्वाचित सदस्यों का उपस्थित होना अनिवार्य था, लेकिन एक निर्वाचित सदस्य की मौजूदगी में ही चुनाव करवा दिया। भाजपा समर्थित 2 निर्वाचित निदेशक संजीव कौशल व राज कुमार नेगी बैठक से अनुपस्थित रहे।  

अविश्वास प्रस्ताव गैर-कानूनी

जोगिंद्रा सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष मोहन मेहता ने कहा कि बैंक उपाध्यक्ष के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गैर-कानूनी है। एक निर्वाचित सदस्य के साथ मिलकर 4 मनोनीत सदस्य इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आए हैं, जबकि नियमों के मुताबिक कम से कम 3 निर्वाचित निदेशकों का होना अनिवार्य है। वीरवार को हुई बैठक की उन्हें सूचना मिली थी, लेकिन जिसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, उसकी जानकारी नहीं दी गई। 

सभी को दी थी सूचना

जोगिंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष विजय ठाकुर ने कहा कि उपाध्यक्ष का चुनाव नियमों के तहत हुआ है। सभी निदेशकों को वीरवार को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हुई बैठक की सूचना दी गई थी, लेकिन 5 निर्वाचित सदस्य इसमें अनुपस्थित रहे, जबकि 5 निदेशक और 1 सरकारी सदस्य व सहकारी बैंक के मनोनीत सदस्य की उपस्थिति में चुनाव हुआ। इसमें केवल कृष्ण चंद शर्मा को सर्वसम्मति से उपाध्यक्ष चुना गया। 

Ekta