हिमाचल में सबसे बड़ी मॉक ड्रिल, भूकंप के बाद पीड़ितों के रेस्क्यू की चुनौती (Video)

Friday, Feb 09, 2018 - 11:57 AM (IST)

शिमला: हिमाचल में वीरवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब लोगों को पता चला कि भूकंप आया है। बता दें कि आज प्रदेश भर में सबसे बड़ा मॉकड्रिल हो रहा है। इसको देखते हुए पूरे जिले को अलर्ट पर रखा गया है। शिमला, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू सहित सभी जिलों में आपदा प्रबंधन बोर्ड अलर्ट पर है और सुनियोजित तरीके से मॉक ड्रिल को अंजाम दे रहा है।


शिमला
शिमला के सरकारी कार्यालयों सहित अन्य क्षेत्रों में सुबह 10 बजे अफरा-तरफी शुरू हो गई, जिसके बाद राहत बचाव करने में सशत्र सेना सहित प्रदेश के पुलिस के जवान और प्रशासन जुट गए। भवनों में फंसे कई लोगों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया। यह सब भूकंप से निपटने के लिए किया जा रहा है। शिमला में डीसी ऑफिस सचिवालय आईजीएमसी अस्पताल और विश्व विधालय में यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई। उधर एसीटू डीसी निशांत ठाकुर ने कहा कि आज प्रदेश भर में भूकंप से निपटने के लिए अभ्यास किया गया, जिसमें भूकंप के समय किस तरफ से निपटा जाए इसको लेकर पुराभ्यास किया गया।  


नाहन
प्रदेश सरकार के निदेशानुसार लोगों को आपदा के बारे में जागरूक करने के मकसद से ऐतिहासिक चौगान मैदान नाहन में जिला प्रशासन द्वारा मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसके जरिए एनडीआरएफ, होमगार्ड, पुलिस जवानों ने दिखाया कि कैसे आपदा के समय में राहत और बचाव कार्य किए जा सकते है। इस दौरान पूरे ऑपरेशन को खुद उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने लीड किया। इस दौरान सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे और मॉक ड्रिल के दौरान दिखाया कि किस तरह से हर महकमा आपदा के समय में अपनी भूमिका निभाता है। डीसी ललित जैन ने बताया कि इस मेगा मॉक ड्रिल से काफी कुछ सीखने को मिला खासकर यहां सभी विभागीय कर्मचारियों का आपस में अच्छा तालमेल देखने को मिला जिससे लगता है कि आपदाओं से निपटने के लिए कर्मचारी सक्षम है।


बिलासपुर 
बिलासपुर में भी आपदा से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। लुहणू खेल मैदान में यह मार्क ड्रिल हुई। आपदा के सायरन से चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल था। 


हमीरपुर 
हमीरपुर में 9 बजे उस समय लोगों में भगदड़ मच गई जब पता चला कि भूकंप आया है। देखते ही देखते शहर में हूटरों और गाड़ियों से बचाव दल रवाना हुए। 30 लोगों को सुरक्षित बचाया गया जबकि 5 लोग बुरी तरह से घायल होने से बच नहीं सके। यहां पांच प्रमुख केन्द्रों बस अडडा, डीसी कार्यालय, गांधीचैक, बाल स्कूल, भोटा चैक में मेगा माॅक ड्रिल का आयोजन कर राहत और बचाव कार्य को अमली जामा पहनाया गया। इस दौरान पुलिस, होमगार्ड, नेहरू युवा केन्द्र के खुद सेवक के अलावा जिला प्रशासन के सभी विभागों के कर्मचारी भी मौके पर मौजूद दिखे। रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बताया कि माॅक ड्रिल में अच्छी तरह से काम हुआ है और बचाव दल ने बढ़िया तरीके से लोगों को बचाया है। वहीं जिला उपायुक्त राकेश प्रजापति ने बताया कि मेगा माॅक ड्रिल मे सभी विभागों ने बढ़िया काम किया है और शहर के पांच जगहों पर आपदा से बचाव के लिए स्थान चिहिन्त किए गए थे।


मंडी
मंडी में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बताया कि माॅक ड्रिल में अच्छी तरह से काम हुआ है और बचाव दल ने बढ़िया तरीके से लोगों को बचाया है।   


कांगड़ा
कांगड़ा जिला में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जहां पुलिस दल और प्रशासन ने काफी अच्छे तरीके से लोगों को बचाया।