शहर से सटे कई गांवों में जंगली जानवरों का आतंक, फसलें हो रहीं तबाह

Friday, Aug 17, 2018 - 04:07 PM (IST)

बिलासपुर: बिलासपुर शहर के साथ लगते कई गांवों में जंगली जानवरों की बढ़ती तादाद और सक्रियता लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। रात के समय जहां जंगली सूअर खेतों में फसलें उजाड़ रहे हैं वहीं दिन के समय लंगूरों और बंदरों के झुंड रही-सही कसर पूरी कर रहे हैं। बिलासपुर शहर से सटे ओयल, दनोह, धमणा, बदसौर, लखनपुर व बामटा आदि गांवों के लोगों का कहना है कि पिछले लंबे अरसे से जंगली जानवरों ने उनका जीना मुश्किल कर दिया है। इन गांवों के कई लोग पारंपरिक खेतीबाड़ी करते हैं जबकि बड़ी संख्या में लोग नकदी फसलें भी उगा रहे हैं। दिक्कत यह है कि जंगली जानवर उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। रात के अंधेरे में जंगली सूअरों के झुंड खेतों में घुसकर फसलें उजाड़ रहे हैं। मक्की के साथ ही अदरक व अरबी जैसी फसलों को उन्होंने जड़ों से उखाड़ फैंका है। खेतों में बुरी तरह से रौंदी हुई फसलों के साथ गड्ढे भी साफ  नजर आ रहे हैं।

दिन के समय लंगूर और बंदरों का आतंक
लोगों की मानें तो रात के समय जहां जंगली सूअर कहर बरपा रहे हैं वहीं दिन के समय लंगूरों और बंदरों के झुंड तबाही मचाते हैं। आम, जामुन व अमरूद जैसे फलदार पौधे लंगूरों व बंदरों ने तोड़कर रख दिए हैं। उत्पाती लंगूर व बंदर अब आतंक का पर्याय भी बनने लगे हैं। खदेडऩे का प्रयास करने पर वे उलटा काटने को दौड़ते हैं। इससे लोगों विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा को भी खतरा है। उन्होंने सरकार, प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि जंगली जानवरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए समय रहते प्रभावी कदम उठाए जाएं।

Vijay