अपने घरों में ही नमाज पढ़कर दी ईद की मुबारकबाद

Monday, May 25, 2020 - 04:52 PM (IST)

तेलका (इरशाद): रमजान उल मुबारक के पाक माह समाप्त होने पर ईद-उल-फितर का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। तेलका क्षेत्र के मौलवी बशीर मोहम्मद व भलेई इलाके के मौलवी नजीर मोहम्मद ने बताया कि इस वर्ष ईद का त्यौहार बहुत अलग तरीके से मनाया गया। बशीर मुहम्मद ने बताया कि दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमण के चलते इस बार की ईद नमाज अपने-अपने घरों में पढ़ी गई। इस बार ईदगाह या मस्जिद में ईद की नमाज नहीं पढ़ी गई। सरकार व विभाग के निर्देशानुसार कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टैंसिंग बहुत महत्वपूर्ण नियम है। इस नियम का पालन करने के लिए प्रति व्यक्ति एक मीटर की दूरी अनिवार्य है। एक स्थान पर अधिक व्यक्तियों के इक_ा होने से भी कोविड-19 का खतरा बढ़ सकता है। इसके लिए उन्होंने अपने घर में ही ईद की नमाज व नमाज का खुतबा पढ़ा। भलेई क्षेत्र के मौलवी नजीर मोहम्मद ने बताया कि इस बार उनके क्षेत्र तथा भुनाड़ व ओहरा आदि में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने-अपने घरों में ही ईद की नमाज अता की। नजीर मोहम्मद ने बताया कि उन्होंने घर में ही ईद नमाज पढऩे के बाद ईद उल फितर का खुतबा पढ़कर सुनाया।

इसके अनुसार रमजान माह के खत्म होने व ईद से पहले रोजेदारों को ईद का फितराना अता करना पड़ता है जो किसी गरीब व्यक्ति अथवा विधवा, बीमार व्यक्ति को दिया जाता है ताकि इससे ईद का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मना सकें। यह फितराना परिवार के हर व्यक्ति को देना अनिवार्य होता है। यह अनाज या पैसे के रूप में दिया जाता है। एक महीने कड़ी धूप में रोजा रखने के बाद मुस्लिम समुदाय के लिए अल्लाह ने ईद का त्यौहार दिया है ताकि लोग एक-दूसरे के साथ गिले शिकवे दूर करके मिलजुल कर रहें। ईद का त्यौहार भाईचारे व खुशियों का संदेश देता है।

 

Kuldeep