पीजीआई चंडीगढ़ के 2000 से अधिक मरीजों के लिए वरदान साबित हुई टैलीमेडिसिन सेवा

Monday, Jul 20, 2020 - 02:03 PM (IST)

ऊना (विशाल) : लॉकडाऊन के बीच पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज करवाने वाले मरीजों के लिए ऊना में शुरू हुई टैलीमेडिसीन सर्विस सैकड़ों मरीजों के लिए वरदान बनी हुई है। शुरूआत के बाद से लगभग साढ़े 3 महीनों से लगातार इंचार्ज डॉ. अरुण नेगी की अगुवाई में पीजीआई के 2 चिकित्सकों सहित अन्य स्टाफ सदस्य मरीजों का रोजाना चैकअप और इलाज के लिए रोज काम कर रहे हैं। न केवल ऊना जिला बल्कि पड़ोसी जिलों के मरीजों को भी इस टीम ने लॉकडाऊन से लेकर अब तक सेवाएं देनी जारी रखी हुई हैं। 

22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद से लगे लॉकडाऊन के बीच पीजीआई चंडीगढ़ में भी कोरोना संकट के चलते ओपीडी बंद कर दी गई थी। वहां से इलाज करवाने वाले सैकड़ों मरीज ऐसे थे जिनका वहां रूटीन चैकअप होना था या आवश्यक चैकअप के लिए उनको वहां जाना था, लेकिन लॉकडाऊन के बीच सभी राज्यों की सरहदें सील कर दी गईं और कर्फ्यू लग गया। वहीं पीजीआई चंडीगढ़ में भी ओपीडी बंद रही ऐसे में मरीजों के सामने चैकअप को लेकर समस्या खड़ी हो गई थी जिसको टैलीमैडिसीन सेंटर की टीम ने खत्म किया। 7 अप्रैल से ऊना-नंगल रोड़ पर चंद्रलोक कालोनी की ओर जाने वाले रास्ते पर पडने वाले आईपीएच रैस्ट हाऊस में टैलीमैडिसीन सेंटर की शुरूआत की गई।

इसमें पीजीआई की टीम तैनात हुई और यहां पीजीआई चंडीगढ़ से इलाज करवाने वाले मरीजों का चैकअप और उनकी दवाइयों को लेकर उन्हें विमर्श देना शुरू किया गया। तब से लेकर आज दिन तक लगभग 2000 से अधिक मरीज यहां पहुंच कर सेवाएं ले चुके हैं। रोजाना ही यहां कम से कम 20 से अधिक मरीज परामर्श लेने के लिए पहुंच रहे हैं। यहां मरीजों को चिकित्सीय सुविधा तो बेहतरीन मिल रही है लेकिन इलाज के लिए अपना नंबर आने तक मरीजों को गार्डन एरिया में ही बैठना पड़ रहा है। बैठने के लिए बैंचों या कुर्सियों की कोई सुविधा यहां मुहैया नहीं है जिसके चलते मरीजों को यहां परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं तेज धूप से बचाव को लेकर भी यहां सुविधाएं कम हैं। टैलीमैडिसीन सेंटर ऊना के इंचार्ज डा. अरुण नेगी का कहना है कि इस सेंटर में अब तक लगभग 2000 से अधिक मरीजों को फायदा पहुंचाया गया है। पूरी टीम यहां सेवाएं दे रही है। पीजीआई चंडीगढ़ में रूटीन चैकअप के लिए न जा पाने वाले मरीज यहां चैकअप करवाने आ रहे हैं जिनको परामर्श दिए जा रहे हैं।
 

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prashant sharma